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मालगाड़ी से उतरते ही प्लेटफार्म पर गिर कर ड्राइवर हुआ बेहोश

महोबा (संवाद सूत्र)। हीट वेव के कारण ट्रेन के लोको पायलट (42 वर्ष) की तबियत रास्ते में बिगड़ गई। इंजन के अंदर गर्मी में लगातार 9 घंटे की ड्यूटी करने के कारण उसे उल्टी और चक्कर आने लगे। इसके बावजूद उससे गाड़ी को महोबा ले जाने का दवाब बनाया गया। महोबा पहुंच कर लोको से उतर कर पायलट अचेत होकर गिर गया। उसे एंबुलेंस से साथी कर्मी इलाज के लिए अस्पताल ले गए। इसके कारण महोबा स्टेशन पर मालगाड़ी 2.30 घंटे तक खड़ी रही। दूसरा लोको पायलट मालगाड़ी लेकर रवाना बांदा के लिए रवाना हुआ।

दरअसल झांसी से बांदा के लिए मालगाड़ी को लेकर लोको पायलट विनोद कुमार व असिस्टेंट गगन सैनी रवाना हुए। बुंदेलखंड में नौतपा के चलते प्रचंड गर्मी के चलते इंजन में पायलट विनोद कुमार को  उल्टी होने के साथ ही चक्कर आने लगे। सह चालक गगन सैनी की मानें तो गर्मी से बचाव के लिए विनोद ने लगभग 10 लीटर पानी पिया लेकिन गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही थी और महोबा पहुंचने से पहले हालत खराब हो गई। कुलपहाड़ स्टेशन में अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण मालगाड़ी रोक दी और अफसरों को सूचना दी गई। अफसरों ने इलाज की व्यवस्था कराना दूर मालगाड़ी को किसी तरह महोबा स्टेशन पहुंचाने के लिए कहा।

इस पर पायलट चक्कर आने के बावजूद किसी तरह गाड़ी लेकर महोबा पहुंचा। महोबा पहुंचकर लोको पायलट जैसे ही गाड़ी से उतरा तो बेहोश होकर गिर गया। साथी तुरंत उसे अस्पताल ले गए वहां उसे भर्ती कर उपचार कराया जा रहा है। आरोप है कि अधिकारियों द्वारा 11 घंटे के मेमो के तहत काम करने का दबाव बनाया और आगे गाड़ी ले जाने के लिए कहा मगर लोको पायलट की हालत और बिगड़ गई।

असिस्टेंट पायलट ने बताया कि भीषण गर्मी से मालगाड़ी के इंजन पर अचानक तापमान लगातार बढ़ रहा था जिसका असर लोको पायलट विनोद पर देखने को मिला। लोको पायलट की हालत लगातार बिगड़ रही थी। उन्हें उल्टी और चक्कर आ रहे थे। उन्हें गंभीर हालत में एम्बुलेंस से अस्पताल लेकर पहुंचा है जहां उपचार किया जा रहा है.

अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर मौजूद डॉ विष्णु गुप्ता बताते हैं कि लोको पायलट को भर्ती कराया गया है जो अधिक गर्मी के चलते उल्टी और चक्कर से अचेत हो गया था। उस पर हीट वेव का असर देखने को मिला है जिसे भर्ती कर इलाज किया गया। इलाज करने के बाद अब उसकी (विनोद की) हालत में काफी सुधार है।