झांसी। रविवार दोपहर नवाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत मढिया महादेव मंदिर के पीछे बने कुआ में नहाते समय डूबे दो किशोर में से एक आसिफ को तत्काल बाहर निकाल लिया था लेकिन दूसरे कामरान की तलाश में सेना और गोताखोरों को लगाया गया था। करीब 16 घंटे चली मशक्कत के बाद सोमवार की सुबह सदर बाजार के भट्टगांव निवासी आमिल ने एक ही झटके में कुआ में उतरकर कामरान के शव को बाहर निकाल लिया। आमिल की बहादुरी की सभी ने तारीफ की।

गौरतलब है कि थाना शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत छनियापुरा निवासी किशोर आसिफ और कामरान अपने साथियों के साथ झोकनबाग स्थित मढिया महादेव मंदिर के पीछे बने कुआ में प्रतिदिन की तरह रविवार को भी नहाने गए थे। यह लोग कुआ में लगे एक पाइप के सहारे नहा रहे थे। तभी पाइप टूट जाने के बाद यह दोनों कुआ में गहरे पानी में डूब गए। यह देख कर उनके साथियों ने शोर मचाया। इस पर आस पास के लोग और पुलिस, फायरबिग्रेड मौके पर पहुंचे।

इस दौरान आसिफ को कुएं से बाहर निकाल लिया गया, उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा जहां उसकी मौत हो गई। इधर कामरान का कोई सुराग न मिलने पर परिजनों ने जाम लगा दिया और कामरान की तलाश करने की मांग करने लगे। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने सेना को, गोताखोर और नगर निगम की कुआ का पानी खाली कराने को गाड़िया मंगवाई। सेना, पुलिस प्रशासन रात भर जूझता रहा। रात भर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी कामरान का शव बाहर नही निकल सका। इसके बाद सदर बाजार के भट्टा गांव निवासी आमिल को बुलाया गया। आमिल बहादुरी का परिचय देते हुए सोमवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे कुआ में कूदा और एक झटके में ही अंदर जालियों में फसे कामरान के शव को बाहर निकाल लाया।

आमिल की इस बहादुरी की काफी लोगों ने सराहना की। पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। इस घटनाक्रम से दोनों किशोरों के परिजनों में मातम पसरा हुआ है।