Oplus_131072

झांसी। सरकार के तमाम प्रयासों व जन जाग्रति अभियानों के बावजूद बाल विवाह जैसी कुरीति पर रोक नहीं लग पा रही है, किंतु थाना बडागांव की पुलिस एवं चाइल्ड लाइन कार्मियों द्वारा की गयी त्वरित कार्यवाही से 11 जुलाई को होने वाला बाल विवाह रुक गया और एक बालिका की जिंदगी नरक होने से बच गई।

दरअसल, थाना बडागांव क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम बाबल टांडा के सम्भ्रान्त परिवार की 16 वर्षीय पुत्री का विवाह बरुआसागर निवासी कुशवाहा परिवार के युवक से होने जा रहा था इसकी शिकायत 9 जुलाई को गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित होकर की गयी थी।

इस पर न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा द्वारा तत्काल जांच एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु थाना प्रभारी बडागांव एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी झाँसी को निर्देश दिये गये। प्रभारी निरीक्षक थाना बडागांव द्वारा तत्काल उक्त प्रकरण की जांच करायी गयी। बाल विवाह की शिकायत सही पाये जाने पर उन्होंने बालिका के माता-पिता को थाने बुलवाया और समझाया कि बाल विवाह गैर कानूनी है इससे दोनों परिवारों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो सकती है। बालिका के माता-पिता को पुत्री सहित बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित होने के निर्देश भी दिये।

उसी समय थाने पर चाइल्ड लाइन कर्मी रोहिनी यादव एवं आलोक कुमार ने बालिका के माता-पिता व बालिका को साथ लेकर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। बालिका के पिता ने बताया कि उन्हें इस प्रकार के कानून की जानकारी नहीं थी इसलिए वे अपनी नाबालिग पुत्री का विवाह करने जा रहे थे। अब वे अपनी पुत्री का विवाह बालिग होने पर ही करेंगे। कार्यवाही के दौरान बाल कल्याण समिति के सदस्यगण कोमल सिंह, परवीन खान, हरीकृष्ण सक्सैना व दीप्ति सक्सैना उपस्थित रहे।