उमरे के झांसी, कानपुर सेंट्रल, प्रयागराज व टूंडला में किया जाता है गार्बेज कलेक्शन
प्रयागराज । रेल प्रशासन यात्रियों को सर्वश्रेष्ठ सेवा देने के क्रम में स्वच्छ यात्रा वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में रेलगाड़ियों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई प्रयास किए जा रहे है। इसी उद्देश्य से क्लीन ट्रेन स्टेशन एवं ऑन बोर्ड हॉउसकीपिंग जैसी व्यवस्थाएं भी की गई हैं। इसके अतिरिक्त लंबी दूरी की गाड़ियों में यात्रा के दौरान पैंट्री कार से सृजित कूड़े के निस्तारण के लिए उसको कलेक्ट करने हेतु विभिन्न स्थानों पर गार्बेज कलेक्शन प्वाइंट भी बनाए गये है, ताकि ना केवल रेल गाड़ियों एवं रेल परिसर में सफाई रहे बल्कि रेल पटरियों के किनारे भी सफाई व्यवस्था बनी रहे और हमारी यात्रा पर्यावरणीय रूप से एवं हाईजीन की दृष्टिगत भी उत्कृष्ट बन सके।
इसी क्रम में उत्तर मध्य रेलवे प्रशासन द्वारा वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन एवं कानपुर सेंट्रल स्टेशनों पर क्लीन ट्रेन स्टेशन योजना के तहत लंबी दूरी की गाड़ियों की साफ-सफाई की जाती है। इसके तहत झाँसी पर 97 ट्रेनों की सफाई की जाती है और ट्रेन में सफाई करते हुए समस्त कूड़ा कलेक्ट कर नियमानुसार निस्तारित किया जाता है। इसके अलावा कानपुर सेंट्र्ल पर भी 32 ट्रेनों से कूड़ा कलेक्ट किया जाता है।
इसके साथ ही क्लीन ट्रेन स्टेशन के अलावा भी अन्य स्टेशनों पर कूड़ा उतारने की व्यवस्था की गई, जैसे प्रयागराज जं 13 ट्रेनों का गार्बेज कलेक्ट किया जाता है एवं टूंडला पर भी 12311/12 नेताजी एक्सप्रेस एवं 15483/84 महानंदा एक्सप्रेस से कूड़ा उतारा जाता है। इस सबंध यदि किसी ठेकेदार या पैंट्रीकार से किसी अनाधिकृत स्थान पर कूड़ा फेंकने की घटना प्रकाश में आती है तो उस पर तत्काल कड़ी कार्यवाही की जाती है।
इसी प्रकार की एक घटना पूर्वोत्तर सीमा रेलवे में प्रकाश में आई तो संबंधित पैंट्रीकार पर त्वरित कार्यवाही कर जुर्माना लगाया गया। ज्ञात हो कि एक यात्री द्वारा 11 जुलाई को अवध असम एक्सप्रेस की पैंट्री कार से कचरे के गैर जिम्मेदाराना निपटान को उजागर करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई। वीडियो शिकायत के बाद तिनसुकिया डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) ने एक घंटे के अंदर ही कार्रवाई की। शिकायत प्राप्त होने पर अवध असम एक्सप्रेस के रखरखाव और परिचालन अखंडता के लिए जिम्मेदार तिनसुकिया डिवीजन के डीआरएम ने तुरंत भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के साथ समन्वय करके संबंधित लाइसेंसधारी के खिलाफ 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। इसके अतिरिक्त, सभी ट्रेनों में स्वच्छता प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए एक सख्त चेतावनी जारी की गई।
इसके अलावा, ईस्ट सेंट्रल रेलवे जहां यह घटना हुई, वहां के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के साथ मिलकर, इस गलत आचरण के लिए जिम्मेदार संविदा कर्मचारियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए त्वरित कार्रवाई की गई। संबंधित पैंट्री कार कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है, तथा जवाबदेही सुनिक्षित करने और भविष्य में इस तरह के व्यवहार को रोकने के लिए रेलवे अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।