दो इंस्पेक्टर भेजे गए जेल

झांसी। झांसी में होमगार्ड कुक आत्महत्या मामले में सोसाइड नोट से खुलासा होने पर होमगार्ड विभाग के दोनों इंस्पेक्टरों को जेल भेजा गया। इस मामले में शासन ने दोनों इंस्पेक्टरों को निलंबित भी कर दिया है। साथ ही सुसाइड नोट से मृतक की के हस्ताक्षर की राइटिंग का मिलान भी किया गया। हस्ताक्षर उसकी राइटिंग से मिले हैं।

गौरतलब है कि जिले के टोड़ीफतेहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बिजौरा में सुरजन सिंह पटेल परिवार समेत रहता था। काफी समय से वह परिजनों के साथ कोतवाली थाना क्षेत्र के पठौरिया मोहल्ले में किराए के मकान में रहने लगा था। सुरजन अंबावाय में स्थित होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र में कुक के पद पर तैनात थे। 17 जुलाई को सुरजन ड्यूटी गए थे। वहां पर वसूली का विरोध करने पर इंस्पेक्टर लक्ष्मीशंकर और सुभाष यादव ने सुरजन की बेरहमी से पिटाई की थी। बुरी तरह उसको बेइज्जत किया गया था। इससे आहत सरजन 17 जलाई की शाम जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया था।

मरने से पहले कुक सुरजन सिंह ने टाइप की हुई शिकायत मंडलीय कमांडेंट को सौंपी थी। इसमें लिखा गया था कि प्रशिक्षण लेने वाले लड़कों को सताया जा रहा था। एक बच्चे की शादी थी, उससे सुभाष इंस्पेक्टर ने 1500 रुपए ले लिए थे। जब उसने विरोध किया तो इंस्पेक्टरों ने मारपीट की थी। गेट में ताला भी लगा दिया था। वह दीवार कूदकर आया है, नहीं तो वो मार देते थे। कह रहे थे कि मैंने शराब पी है। अगर शराब पी थी तो मेडिकल कराते। मगर मारने का कोई अधिकारी नहीं था। बेइज्जती करने से उसे काफी ठेस पहुंची थी। इसी से क्षुब्ध होकर आत्महत्या कर ली थी। इस सुसाइड नोट में मिले हस्ताक्षर की राइटिंग का कोतवाली पुलिस ने मिलान करवाया तो हस्ताक्षर की राइटिंग सही मिले है।

बेटा की तहरीर पर इंस्पेक्टरों के खिलाफ हुआ था मुकदमा

मृतक के बेटा अनुज पटेल की तहरीर पर होमगार्ड विभाग के इंस्पेक्टर लक्ष्मीशंकर और सुभाष यादव के खिलाफ धारा 108 बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने दोनों इंस्पेक्टरों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। बीते रोज दोनों इंस्पेक्टरों को जेल भेजा गया। इस मामले की सूचना होमगार्ड विभाग को दी गई। होमगार्ड अफसर ने दोनों इंस्पेक्टरों को निलंबित कर दिया है।