टारगेट पूरा न होने के तनाव में फाइनेंस कंपनी के एरिया मैनेजर ने दी जान
झांसी। टारगेट पूरा न होने के तनाव में फाइनेंस कंपनी के एरिया मैनेजर ने खुदकुशी कर ली। जान देने से पहले मैनेजर ने पांच पेज का सुसाइड नोट भी लिखा। इसमें उसने अपनी नौकरी का दर्द बयां किया है। इसमें उन्होंने लिखा कि टारगेट पूरा न होने से कंपनी के अधिकारी गाली गलौज के साथ लगातार उत्पीड़न कर रहे थे। नौकरी से निकालने की भी धमकी दे रहे थे। इस वजह से वह काफी तनाव में थे। पुलिस सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर छानबीन कर रही है।
जिले के थाना वाबाद क्षेत्र के गुमनावारा निवासी लगभग 34 वर्षीय तरुण सक्सेना बजाज फाइनेंस कंपनी के झांसी में एरिया मैनेजर थे। तरुण के जिम्मे तालबेहट, मोंठ, बड़ागांव आदि इलाकों से ऋण वसूली का जिम्मा था लेकिन, अत्याधिक बारिश होने से किसानों की फसल तबाह हो गई। इस वजह से किसान ईएमआई जमा नहीं कर रहे थे लेकिन, कंपनी ने तरुण के टारगेट में कोई कमी नहीं की।
टारगेट पूरा करने के लिए कंपनी के अधिकारी लगातार उस पर दबाव बना रहे थे। यही कारण था कि पिछले दो माह से तरुण तालबेहट एवं मोंठ में रहने लगे। तरुण ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि टारगेट पूरा न होने पर कंपनी के अधिकारी गाली गलौज करते थे। नौकरी से हटाने का भी अल्टीमेटम दे दिया। परिजनों के मुताबिक इन सब वजहों से वह अत्याधिक तनाव में थे।
शनिवार रात उन्होंने खाना भी नहीं खाया। रविवार सुबह उठने के बाद परिवार के लोगों से बात की। इसके बाद कमरे में चले गए। कुछ देर बाद जब पत्नी मेधा पहुंची तब वह फंदे से लटके दिखे। यह देखकर मेधा की चीख निकल गई। शोर सुनकर आस-पड़ोस के लोग आ गए। परिजनों ने पांच पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है। पुलिस द्वारा मामले की छानबीन कराई जा रही है। परिवार में कोहराम मचा हुआ है।