झांसी । जिला कारागार में विचाराधीन बंदी द्वारा फांसी लगा कर आत्महत्या कर लेने से अफरातफरी मच गयी। पिता की गैर इरादतन हत्या के आरोप में बंदी जेल में बंद था। सूचना मिलते ही जेल प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंच गए। इस मामले में वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने मुख्य जेल वार्डर को निलंबित कर दिया।
झांसी के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम टिकरी निवासी रानी कुशवाहा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि छह अक्तूबर 2021 को उसके ससुर दयाराम कुशवाहा खेत पर गए थे। शाम सात बजे जब वह खाना देने खेत पर गई तो ससुर दयाराम नहीं मिले। अगले दिन सुबह ससुर की लाश खेत में मिली थी। रानी की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने इस मामले में बेटा करन कुशवाहा को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया था। 10 अक्तूबर 2021 को आरोपी करन को जेल में भेजा गया था। तब से वह जेल में बंद था।
बैरक से बाहर आया, फंदा लगाया
वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार के अनुसार बंदी करन जेल की बैरक संख्या चार ए में बंद था। सोमवार शाम को वह बैरक के बाहर था। इस दौरान शाम पौने पांच बजे बैरक के बाहर पेड़ पर करन ने गमछे से फंदा बनाया और झूल गया। यह देख अन्य बंदियों ने शोर मचा दिया तब बंदी रक्षक और अन्य बंदियों ने फंदा काटकर करन को नीचे गिरा दिया। आनन-फानन में उसे मेडिकल कालेज ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस मामले में लापरवाही पर मुख्य जेल वार्डर इंद्रमणि चौधरी को निलंबित कर दिया। जबकि अन्य के खिलाफ जांच की जा रही है। करन ने किन परिस्थितियों में मौत को गले लगाया स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।