नगर निगम सदन की बैठक में पार्षदों का जबरदस्त हंगामा, एक पार्षद ने छत से कूदने की दी धमकी
झांसी। शनिवार को नगर निगम सदन की बैठक में लाइट खरीद सहित कई मामले में भ्रष्टाचार, गोशाला में चारा घोटाला समेत तमाम मुद्दों पर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। एक पार्षद ने तो छत से कूदने की धमकी दे डाली। पार्षद सुनील नेनवानी व मुकेश सोनी उर्फ बंटी ने कहा कि नगर निगम ने ठेकेदारों से 120 वॉट की लगभग 890 लाइट लगवाई गई। एक लाइट 10 हजार रुपए में खरीदी गई है, जबकि यही लाइट दुकान से ग्राहकों को 3 हजार रुपए में मिल रही है। पार्षदों ने बिल पेश करते हुए कहा कि इससे स्पष्ट है कि लाइट लगाने में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। हंगामा देख इस पर मेयर ने जांच के साथ 3 अफसरों को हटाने के आदेश दिए गए।
3 अफसरों पर कार्रवाई की गई
3 हजार की लाइट 10 हजार में लगवाने पर पार्षद हंगामा कर रहे थे। इस पर जेई राजेंद्र पाल ने कहा कि रेट सरकार ने तय किए है। सरकार से पूछो। इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। इस पर भाजपा पार्षद बिफर गए और विधायक रवि शर्मा भी नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि सरकार को बदनाम ना किया जाए। ऐसे छोटे अफसर पार्षदों का जवाब देने न आए। जेई राजेंद्र पाल को रिलीव कर मूल विभाग में भेजा गया। वहीं, नगर निगम में दो नगर स्वास्थ्य अधिकारी हैं। अब एक ही रहेंगे। धीरेंद्र गुप्ता को रिलीव किया जाएगा। इसके अलावा पार्षद पर छेड़छाड़ का केस दर्ज कराने वाली सफाई निरीक्षक भी को भी हटाया गया। वहीं, कर निरीक्षक देवेंद्र कुमार ने पार्षदों से माफी मांग। दरअसल, वे प्रस्ताव पढ़ रहे थे, जिसे पार्षदों ने निरस्त करवा दिया। इस पर देवेंद्र कुमार तेज आवाज में बोले कि अरे इस तरह हर प्रस्ताव निरस्त करोगे। इस पर पार्षद बिफर गए और उनकी भाषा को गलत बताते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे।
गोशाला में चारा घोटाला पर घिरे अफसर
पार्षद हरिओम मिश्रा ने कहा कि गोशालाओं में ज्यादा जानवर दिखाकर चारा घोटाला किया जा रहा है। चारा का टेंडर भी अपने चेहतों को दिया गया है। पार्षद ने अफसर से कहा कि ठेकेदार का आधार कार्ड सदन में पेश किया जा रहा है। ठेकेदार और अफसर का आधार कार्ड देख लीजिए, सब समझ में आ जाएगा। सदन में अफसर ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। इस पर आधार कार्ड मंगाया गया। हालांकि बाद में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई।
ये प्रस्ताव भी पास हुए
• डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के अब 60 रुपए देने होंगे। हाल में ही इसे 40 रुपए से बढ़ाकर 100 रुपए कर दिया गया था। इसका पार्षदों ने विरोध कर दिया था।
• हर वार्ड में 5-5 सफाई कर्मचारी बढ़ाये जाएंगे।
• संविदा पर लगे कर्मचारियों को हर माह एक हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
• मेडिकल कॉलेज के गेट नंबर 1 के सामने अवैध पार्किंग चलाने वाले पर कार्रवाई होगी।
• अटल एकता पार्क के बाहर पार्किंग अवैध होने की जांच होगी।
• हर पार्षद को विकास कार्य के लिए 20 लाख रुपए का फंड दिया जाएगा।
• आंतिया ताल के पास नियम विरुद्ध दुकानों का निर्माण हुआ है। इन दुकानों को हटाया जाएगा।
• सिकमी किराए को सर्किट रेट का 25 प्रतिशत वर्गफीट किया गया।
• किराया निर्धारण सर्किट रेट का 50 से 40 प्रतिशत किया गया।
दो बार मेयर बैकफुट पर आए
सदन की हंगामेदार बैठक में मेयर बिहारी लाल आर्य को अपने फैसले पर दो बार बैकफुट पर आना पड़ा। हंगामे के बीच बजट पढ़ा जाने लगा तो पार्षद खड़े होकर मंच पर पहुंच। माइक बंद कर हंगामा करने लगे। तब मेयर भी कुर्सी से खड़े हुए और बोले कि बजट पास हो गया। इस पर पार्षद कन्हैया कपूर ने कहा कि बिना चर्चा के कोई बजट पास हुआ तो छत से कूद जाऊंगा। बाकी पार्षदों ने भी हंगामा किया। स्थिति बिगड़ते देख मेयर चर्चा के लिए तैयार हो गए।
इसके बाद 11 बजे शुरू हुई सदन की बैठक को मेयर ने शाम करीब 5:30 बजे अचानक समाप्त करने की घोषणा कर दी। तब फिर सभी पार्षदों ने मंच तक पहुंच हंगामा करते हुए बोले कि बिना बात सुने, बैठक समाप्त करना गलत है। जबरदस्त हंगामा के बाद मेयर ने दोबारा से बैठक शुरू करने की घोषणा की।
उप सभापति ने सर्वे पर उंगली उठाई, गलत आ रहे हाउस टैक्स बिल
उप सभापति प्रियंका साहू ने कहा कि जिस कंपनी को हाउस टैक्स सर्वे की जिम्मेदारी दी गई थी, वो ठीक से सर्वे नहीं कर पाई। इसलिए लोगों के गलत हाउस टैक्स बिल आ रहे हैं। जब टैक्स नहीं बढ़ाया गया तो फिर पहले के मुकाबले दोगुना बिल क्यों आ रहे हैं। इस पर आयुक्त ने कहा कि ज्यादा बिल के दो कारण हो सकते हैं। पहला गलत सर्वे हुआ है और दूसरा 6 साल में मकान का निर्माण बढ़ाया गया तो उसके हिसाब से बढ़कर बिल आ रहे हैं। उन्होंने कहा हर वार्ड में कैंप लगाकर समस्या का निस्तारण कराया जाएगा।
दिया आश्वासन, दिसंबर में मिलने लगेगा पानी
पार्षद ने कहा कि कई वर्षों से अफसर कोरे आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन वार्डों में पानी की पाइप लाइन नहीं डाली गई। इससे पेयजल की समस्या बनी हुई है। 4 दिन में डल जाएगी… यह सुनते-सुनते दोबारा पार्षद बन गया। मगर लाइन नहीं डल पाई। इस पर एक्सईएन ने कहा कि शहर में पानी लाने के लिए तेजी से काम चल रहा है। मात्र 1600 मीटर पाइप लाइन डाली जानी है। दिसंबर 2024 तक शहर को पानी मिल जाएगा। अगले साल गर्मियों में टैंकर चलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वार्डों में भी पानी पहुंचा दिया जाएगा।
विधायक मीटिंग से बीच में चले गए
सदन की बैठक में विधायक रवि शर्मा ने अन्य विभागीय प्रस्ताव रखने के लिए कहा। इस दौरान पार्षदों के हंगामा से अन्य विभागीय प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो पाई। थोड़ी देर बाद विधायक मीटिंग से चले गए। वहीं, एमएलसी एवं पूर्व मेयर रामतीर्थ सिंघल ने भी पार्षदों को पाठ पढ़ाते हुए कहा कि सदन में अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल पार्षदगण कर रहे है, जो गलत है। इन शब्दों को सदन की कार्रवाई में शामिल न किया जाए।
वैडिंग जोन पर भड़के पार्षदों ने अपर आयुक्त को भी घेरा
महानगर में बनाए गए वैडिंग जोन को लेकर भी पार्षदों ने जम कर हंगामा किया। पार्षद महेश गौतम ने कहा कि ठेला लगाने वाले गरीब लोगों को जगह दी जानी थी। यहां जिनकी पक्की दुकानें हैं, उन्हें जगह दे दी गई। इसमें अपर आयुक्त रौली गुप्ता पर आरोप लगा दिए। इस पर अपर आयुक्त खड़ी हो गई और बोली कि आरोप निराधार हैं। आपकी शिकायत पर सीपरी बाजार बैडिंग जोन से 5 लोगों को हटाया गया है। हंगामा के बाद मेयर ने समिति बनाकर जांच कराने की बात कही। इसके अलावा सदर में अवैध दुकानों को हटाया जाएगा। फिलहाल सदन की बैठक में आरोप प्रत्यारोप व हंगामा के चलते अधिकांश पार्षद संतुष्ट नजर नहीं आए क्योंकि उनके सवाल अनुत्तरित रहे।