- स्टेशन पर आवारा कुत्तों पर गिरी गाज, कई पकड़े गए
झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी जंक्शन पर यात्रियों के लिए सरदर्द बने आवारा कुत्तों पर गाज गिरना शुरू हो गयी है। कल तकएक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक धमाचौकड़ी मचाने वाले बेलगाम कुत्ते आज स्वयं को बचाने के लिए इधर-उधर छिपते घूम रहे थे और तमाशबीन यात्री मुस्करा रहे थे।
दरअसल, स्टेशन पर आवारा कुत्तों की संख्या में इजाफा हो गया है। इन बेलगाम कुत्तों के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना तो करना ही पड़ता है साथ ही उस समय रेल अधिकारियों को असहज होना पड़ता था जब कोई उ’चाधिकारी स्टेशन का निरीक्षण करने या फिर वीआईपी के स्टेशन पर आने पर अचानक कुत्ते प्रगट होकर उसके आगे-पीछे घूमने लगते थे। इसके कारण कई बार स्टेशन की व्यवस्था पर उंगलियां उठने लगी थीं। इस स्थिति से छुटकारे के लिए स्टेशन डायरेक्टर अनुपम सक्सेना द्वारा प्लेटफार्म से कुत्तों का सफाया करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत स्टेशन निदेशक ने आवारा कुत्तों को पकडऩे के लिए 24 मार्च को नगर आयुक्त के नाम पर पत्र लिखा। इस पत्र के अनुपालन में नगर निगम के जानवर पकडऩे वाले दस्ते ने स्टेशन पर अमनी उपस्थिति दर्ज करायी।
हाथ में बड़ा सा जाल लिए दस्ते के सदस्यों ने प्लेटफार्म पर घूम-घूम कर कुत्तों को अपने जाल में फंसा कर पकडऩा शुरू कर दिया। पहले तो कुत्ते समझ नहीं सके और कुछ टीम के जाल में फंस गए। इसके बाद उन्हें जब एहसास हो गया कि यह टीम उन्हें पकडऩे आयी है तो फिर भगादौड़ शुरू हो गयी और कुत्ते बचने के लिए भागने लगे। आगे-आगे कुत्ते और उनके पीछे टीम के सदस्य, अजीब नाजारा था। कुत्ते इधर-उधर जान बचाने के लिए भागने लगे, कुछ कुत्ते तो प्लेटफार्म की छत पर चढ़ गये।कुत्तों व टीम के सदस्यों की आंख-मिचौली का यात्रियों व कर्मचारियों ने जम कर मजा लिया। हालांकि टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद अलग-अलग प्लेटफ ार्मों से आधा दर्जन से अधिक कुत्तों को पकडऩे में सफलता हासिल कर ली। पकड़े गए कुत्तों को लेकर टीम अपने साथ चली गयी। टीम का कहना है कि यह अभियान आगे भी चलाया जायेगा। गौरतलब है कि इसके पूर्व स्टेशन पर आवारा गायों को पकडऩे का भी अभियान चलाया जा चुका है, इससे काफी राहत मिली थी।