रेलवे ने झांसी में 12 रोडवेज बस की सशुल्क यात्रा की व्यवस्था 

झांसी। 3 जनवरी को गाडी संख्या 11108 बुंदेलखंड एक्सप्रेस (यात्रा आरम्भ तिथि 02.01.2025) को झांसी और ग्वालियर के बीच अपरिहार्य परिचालनिक कारणों से रद्द होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए त्वरित और प्रभावी कदम उठाए, जिससे यात्रियों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़ा।

दरअसल, बनारस से चलकर ग्वालियर की ओर जाने वाली 11108 बुंदेलखंड एक्सप्रेस (यात्रा आरम्भ तिथि 02.01.2025) को 3 जनवरी को निरस्त करना पड़ा। इससे यात्री परेशान हो गए। झांसी में यात्रियों ने बताया रास्ते में टीटी द्वारा बताया गया कि झांसी तक यह गाड़ी जाएगी फिर आपको बस द्वारा ग्वालियर भेजा जाएगा लेकिन रोडवेज बस स्टाफ द्वारा बस में टिकट लेने की बात कही गई जिस से यात्री नाराज हो गए। उनका कहना था कि गलती रेलवे की है, वह गंतव्य तक जाने का बस का किराया क्यों दें। रेलवे का कहना था कि उन्हें रिफंड दिया जाएगा।

इस संदर्भ में निम्नलिखित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं:

1. बसों की व्यवस्था:
रेलवे प्रशासन ने प्रदेश परिवहन के साथ समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित किया कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 12 रोडवेज बसों की तत्काल (सशुल्क) व्यवस्था की गई। यह कदम यात्रियों को अन्य परिवहन साधन ढूंढने की समस्या से बचाने हेतु उठाया गया।

2. किराया वापसी की व्यवस्था:
रद्द किए गए यात्रा मार्ग का किराया वापस करने की पूर्ण व्यवस्था वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन सहित गंतव्य तक के सभी स्टेशनों पर सुनिश्चित की गई है, जिसके लिए सभी को जागरूक भी किया गया ।

3. यात्रियों को जागरूक करने के प्रयास:
यात्रियों को स्थिति की जानकारी और सहायता प्रदान करने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एक विशेष टीम को स्टेशन पर तैनात किया गया, जिसमें सहायक वाणिज्य प्रबंधक श्री पंकज कुमार त्रिपाठी और अनिल कुमार श्रीवास्तव शामिल रहे I

4. वरिष्ठ अधिकारियों की तत्परता:
इस प्रक्रिया में मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में अपर मंडल रेल प्रबंधक रामदास मौर्य, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा, मंडल सुरक्षा आयुक्त विवेकानंद नारायण और वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक जे संजय कुमार ने सक्रिय रूप से भाग लिया और 350 से अधिक यात्रियों को न्यूनतम असहजता के साथ उनके गंतव्य तक पहुचाना सुनिश्चित किया I