श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए गए सभी इंतजाम
झांसी। महाकुंभ मेला 2025 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में आयोजित किया जाएगा। इस भव्य आयोजन में करोड़ों तीर्थ यात्री देश-विदेश से पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा और उनकी यात्रा को आरामदायक बनाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे के अंतर्गत उत्तर मध्य रेलवे ने विशेष प्रयास किए हैं। झांसी मंडल द्वारा महाकुंभ के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी देते हुए मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि महाकुंभ के दृष्टिगत मंडल के चित्रकूट, शिवरामपुर और भरतकूप रेलवे स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की गई है। इन स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के विशेष इंतजाम किए गए हैं। चित्रकूट धाम कर्वी स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किया गया है। स्टेशन पर प्रवेश और निकास के अलग द्वार बनाए गए हैं। प्लेटफार्म पर विभिन्न नियंत्रण करने के लिए अलग-अलग स्थान बनाए गए हैं। आरपीएफ और जीआरपी को तैनात किया गया है।
फुटओवर ब्रिज पर भीड़ को एकत्रित होने से रोकने के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। शेल्टर एरिया की कैपेसिटी को बढ़ाकर लगभग 4 हजार कर दिया गया है। जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर भीड़ को व्यवस्थित किया जाएगा। यह इंतजाम भरतपुर और शिवरामपुर स्टेशन पर भी किए गए हैं। रेलवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेन भी चलाई जा रही हैं। रिंग रेल भी शुरू की गई है। इसके अतिरिक्त क्राउड मैनेजमेंट हेतु एक प्लत्फोर्म पर एक बार में एक ही गाडी ली जाएगी ताकि यात्रियों को आवाजाही में दिक्कत का सामना न करना पड़े I मेला आश्रय में मोबाइल UTS के माध्यम से टिकट वितरण व्यवस्था की गयी है I फ्लेक्स बोर्ड तथा “MAY I HELP YOU” बूथ के माध्यम से सभी यात्रियों को अधिकतम सूचना प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है Iइस प्रकार की व्यवस्था मंडल के प्रत्येक स्टेशन भीड़ संभावित स्टेशन पर की गयी है I
महाकुंभ हेतु तीन विशेष रेक (80 कोच) सौंपे गए
श्री सिन्हा ने बताया कि सी.एम.एल.आर. कारखाना, झांसी में विशेष सुविधाओं और सौंदर्यीकरण के साथ 100 कोचों (5 रेक) को तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। इन कोचों के अंदर और बाहर महाकुंभ की महिमा को दर्शाने वाली विशेष विनाइल पेस्टिंग की गई है, जिससे यात्री महाकुंभ के महत्व और संस्कृति को करीब से महसूस कर सकें। इसके साथ ही, इन कोचों पर विशेष QR कोड भी लगाए गए हैं, जिन्हें स्कैन करने पर यात्रियों को महाकुंभ से संबंधित जानकारी प्राप्त होगी। यह पहल यात्रियों के अनुभव को और भी खास बनाने के लिए है।
इन कोचों का निर्माण अत्याधुनिक सुविधाओं और साफ-सफाई के साथ किया गया है। अब तक, दो रेक (60 कोच) संबंधित विभाग को सौंपे जा चुके हैं, जबकि एक रेक (20 कोच) आज शाम तक सौंप दिया जाएगा। बाकी एक रेक भी शीघ्र ही तैयार हो जाएगा।
उपरोक्त के अतिरिक्त यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न अनारक्षित, आरक्षित स्पेशल ट्रेन, रिंग रेल सर्विसेस, गाड़ियों को शिवरामपुर तथा भरतकूप स्टेशनों पर अस्थायी रूप से स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किये गए हैं।