स्वर्ण कलश चोरी मामले में दरोगा व चौकीदार पर किया था हमला
झांसी। थाना टोड़ी फतेहपुर क्षेत्र में मंगलवार की रात हुई मुठभेड़ में एक सप्ताह पहले मंदिर से स्वर्ण कलश चोरी मामले में दरोगा व चौकीदार पर हमला करने के आरोपी तीन बदमाशों को दबोच लिया गया। इनमें से एक बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। जबकि, खुद को घिरा देख दो ने आत्मसमर्पण कर दिया।
झांसी के टोड़ी फतेहपुर थाना क्षेत्र में स्थित प्राचीन ऐतिहासिक किला मंदिर के शिखर पर लगे लगभग 50 किलो वजन के स्वर्ण कलश को चुराने की नियत से 21 जनवरी की रात कुछ बदमाश वहां पहुंचे थे। इस दौरान वहां सुरक्षा में तैनात उप निरीक्षक योगेंद्र सिंह और चौकीदार मंदिर परिसर में बदमाशों से भिड़ गए थे। इस घटना में उप निरीक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका इलाज जारी है। घटना का मुकदमा किले की देखभाल करने वाले रामकिशुन बाल्मीकि ने दर्ज कराया था। घटना के बाद से पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी हुई थी।
मंगलवार की रात टोड़ी फतेहपुर क्षेत्र में लठवारा मंदिर के आगे बढ़वार रोड पर जंगल में स्वाॅट और टोडी फतेहपुर थाना पुलिस की टीम का बदमाशों से सामना हो गया। घिरे देख बदमाशों की ओर से पुलिस पर फायरिंग कर दी गई। जवाब में पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में एक गोली महोबा के महोबकंठ थाना इलाके के ग्राम सौरा निवासी शीतल कुशवाहा के पैर में लगी जबकि, उसके दो साथी हमीरपुर के थाना छिपाती के ग्राम बड़ाखरका निवासी दीपेश मिश्रा व जीतेन्द्र कुमार उर्फ जीतू ने सरेंडर कर दिया।
पुलिस द्वारा उनके पास से तमंचा, कारतूस और चोरी की बाइक बरामद की गई है। बदमाशों का आपराधिक इतिहास है। उनके अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है। पूछताछ में पता चला कि यही बदमाश मंदिर से स्वर्ण कलश चोरी करने आए थे और विरोध होने पर दरोगा व चौकीदार से भिड़ गए थे।
मुठभेड करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक देवेश कुमार उपाध्याय, स्वाॅट प्रभारी जितेंद्र सिंह तख्तर, उपनिरीक्षक मुकेश गौतम, अजब सिंह, आनंद बहोर मिश्रा, अतुल पांडेय आदि शामिल रहे।