झांसी। वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन झांसी पर गुरुवार को दोपहर अचानक एक विक्षिप्त चलती ट्रेन के नीचे घुस गया। समय रहते लोको पायलट ने ट्रेन को रोक दिया। मौके पर पहुंची आरपीएफ ने उसे बमुश्किल ट्रेन के नीचे से घायल अवस्था में निकाला और उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज भेज दिया। बाहर निकले विक्षिप्त का कहना था कि 24 घंटे हो गए, पिज्जा नहीं खाया अब तो जान दे दूंगा।
दोपहर 12 : 14 बजे झांसी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर उस समय यात्रियों की चीख-पुकार मच गई जब 12174 मां बेहला देवी धाम-लोकमान्य तिलक उद्योग नगरी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म 12.14 बजे पहुंची थी। अभी ट्रेन रुकी भी नहीं थी कि दिल्ली छोर पर खड़ा एक व्यक्ति दौड़कर चलती ट्रेन के नीचे घुस गया। यह देख यात्रियों में चीख पुकार मच गई। लोको पायलट ने तत्परता दिखाते हुए ट्रेन को रोक दिया और प्लेटफार्म पर सुरक्षा में तैनात आरपीएफ, जीआरपी कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद विक्षिप्त को घायल अवस्था में ट्रेन के नीचे से निकाला।
जब उससे नाम पता जानने की कोशिश की गई, तो उसने अपना नाम शिव सिंह (40) पुत्र चरण सिंह बताया। उसका कहना था कि -‘पिज्जा नहीं खाया है, अब तो जान दे दूंगा। एक फोन लगा दो, कोई सुन नहीं रहा है।’ इसकी सूचना तुरंत डिप्टी स्टेशन सुप्रिटेंडेंट संजय कुमार तिवारी द्वारा मंडल नियंत्रण कार्यालय को दी गई, जिसके बाद रेलवे चिकित्सक डॉ. रोहित मौके पर पहुंचे। उक्त व्यक्ति के सिर में हल्की चोटें आई थीं, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज, झाँसी रेफर कर दिया गया। बचाए गए व्यक्ति के पास कोई पहचान पत्र या यात्रा टिकट नहीं मिला।












