श्री हरिवंश दास जी महाराज ने विविध कथाओं का सुंदर चित्रण किया 

झांसी। बजरंग कॉलोनी में आयोजित रुद्र महायज्ञ में सुबह के सत्र में प्रातः 8:00 बजे से आहुतियां डाली गई जो 11:30 बजे तक चलीं । श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस की कथा का भागवत पूजन कर शुभारंभ हुआ। भागवत पूजन पूर्व विधायक कैलाश साहू, सुषमा अनिल खरे, डॉ प्रज्ञा डॉक्टर नीरज श्रीवास्तव, गौरी शंकर दुबे, सुशील शर्मा, अरविंद नगाइच, अवधेश निरंजन, रानी दुबे ने किया।

इस अवसर पर प्रवचन करते हुए श्री हरिवंश दास जी महाराज ने कहा की प्रत्येक व्यक्ति को यह सोचने की आवश्यकता है कि क्या वह मनुष्य है व्यक्ति से मनुष्य बनने की यात्रा मैं विवेक सबसे बड़ी भूमिका निभाता है और विवेक की उत्पत्ति सिर्फ सत्संग करने से होती है। जब व्यक्ति के अंदर मुमुक्षता आती है तो जीव अपने कल्याण के विषय में सोचने लगता है और जीव के कल्याण का एकमात्र साधन हरि भजन है। किसी भी कर्म को करते हुए भगवान को भजने से आपकी बुरे कर्म में प्रवृत्ति अपने आप समाप्त हो जाती है और आप सत्कर्म के मार्ग पर चलने लगते हो जिससे आपका व आपके परिवार का कल्याण होने से कोई नहीं रोक सकता। आपका प्रत्येक क्रिया को कराने वाला भगवान है आप तो सिर्फ कठपुतली की तरह नाचते रहते हो। भागवत कथा में प्रवेश करते हुए भगवान के सभी विवाहों के प्रसंग सुदामा चरित्र सुदामा कृष्ण मित्रता 11वें और 12वें स्कंद की कथाओं का सुंदर वर्णन किया।

अंत में भागवत की आरती झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आलोक यादव, मैथिली मुद्गल, रमाकांत तिवारी, अपूर्व शर्मा, राकेश तिवारी, अनिल अडजरिया, अंशुल त्रिपाठी ने की। सप्त दिवसीय भागवत सप्ताह का संचालन राष्ट्रभक्त संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष अंचल अरजरिया ने व आभार संजय दुबे ने व्यक्त किया।