झांसी से महिलाओं का जत्थे गया था स्नान करने प्रयागराज
झांसी। मौनी अमावस्या पर संगम तट पर महाकुंभ में स्नान करने प्रयागराज गई झांसी की 20 महिलाओं के जत्थे में शामिल दो महिलाएं भगदड़ के बाद से लापता हैं। साथी महिलाओं ने उनको ढूंढ़ा, मगर दोनों का कहीं कोई पता नहीं चलने पर 18 महिलाएं बुधवार को लौट आयीं और उनके परिवार को जानकारी दी। इससे दोनों के परिजनों में कोहराम मच गया। उनकी तलाश में परिजन प्रयागराज पहुंच गए। इधर दोनों महिलाएं स्वयं गुरुवार रात लगभग 8 बजे सकुशल घर लौट आईं। खबर में तस्वीर मिथिला देवी और छुन्नी देवी की है। (फाइल फोटो।)
झांसी जिले के पूंछ थाना क्षेत्र से महाकुंभ में मौनी अमावस्य पर शाही स्नान करने में लिए 20 महिलाओं का जत्था प्रयागराज गया था। इसमें पूछ गांव के मोहल्ला बड़याना निवासी 62 वर्षीय मिथिला देवी और 65 वर्षीय छुन्नी देवी भी शामिल थीं। 27 जनवरी को पूंछ गांव के लोगों ने मौनी अमावस्या पर प्रयागराज के महाकुंभ में होने वाले शाही स्नान में पहुंचने के लिए बस बुक कराई थी। इसके बाद गांव की 20 महिलाओं का एक जत्था बस से 28 जनवरी को प्रयागराज पहुंच गया। यहां मंगलवार को सभी ने रात 9 से 12 बजे तक स्नान किया।
सभी लोग जब स्नान कर अपने पड़ाव पर लौट रहे थे तो इसी दौरान वहां श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। इसके बाद से मिथिला व छुन्नी देवी का पता नहीं लगा। जत्थे में शामिल महिलाओं ने भगदड़ के बाद से ही दोनों की तलाश की लेकिन वह नहीं मिलीं। रात भर महिलाओं की तलाश करने के बाद जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं ने महिलाओं के लापता होने की सूचना उनके परिजनों को दी। इसके बाद जत्था झांसी लौट आया।
छुन्नी देवी के बेटे प्रकाश यादव और मिथिला देवी के बेटे रिंकू ने बताया कि उनकी मां जत्थे में थीं। लेकिन भगदड़ के बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा है। मंगलवार को शाम में ही उनसे बात हुई थी। जत्थे में शामिल लोगों ने अपने मोबाइल से बात कराई थी। बताया कि दोनों ही महिलाएं मोबाइल फोन चलाना नहीं जानती हैं। दोनों महिलाओं की तलाश के लिए उनके परिजन प्रयागराज पहुंच गए। इधर, दोनों महिलाएं गुरुवार रात लगभग 8 बजे सकुशल वापस घर लौट आईं। इस पर परिजनों ने राहत की सांस ली।