
झांसी। रविवार देर रात सदर बाजार थाना क्षेत्र के भट्टागांव में आयोजित एक विवाह समारोह में उस समय हंगामा हो गया जब एक महिला और उसके साथ आए लोगों ने दुल्हा और बारातियों के साथ जमकर मारपीट कर दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस दुल्हा समेत पूरी बारात को थाने ले आई। महिला का आरोप था शादी करने वाला दुल्हा उसका पति है। जबकि दूल्हे का कहना था कि उसका इस महिला से तलाक हो चुका है। अब वह दूसरी शादी कर रहा तो महिला ओर उसके साथी उसे ब्लैकमेल कर रहे है। बाद में तलाक के दस्तावेज दिखाने के बाद पुलिस ने शादी की इजाजत दी।
सदर बाजार थाना क्षेत्र में भट्टागांव में शादी समारोह चल रहा था। दुल्हा दुल्हन पक्ष दोनों साथ थे। जयमाल के पूर्व अचानक कन्नौज निवासी एक महिला अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंची और विवाह का विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया । इतना ही नहीं नहीं मानने पर महिला दुल्हा और बारातियों की मारपीट करने लगी। बारातियों के साथ मारपीट होते देख बारात में शामिल अन्य लोगों ने महिला ओर उसके साथियों की पिटाई कर दी।
इधर हंगामा मारपीट की सूचना मिलने पर सदर बाजार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्ष दुल्हा और बारात समेत सभी को थाने ले आई। यहां महिला का आरोप था कि दुल्हा बना युवक उसका पति है, वही दूल्हे का आरोप था कि मारपीट हंगामा करने वाली महिला उसकी पत्नी थी लेकिन तलाक हो चुका है। दुल्हा ने तलाक के कागजात भी दिखाए है।
2020 में कन्नौज की सरिका से शादी हुई
दूल्हा एडवोकेट दिव्य प्रकाश विक्रम उर्फ अभिजीत हंसारी के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि 26 जून 2020 को उसकी शादी कन्नौज की सारिका से हुई थी। शादी के 3 माह बाद सारिका अपने घर चली गई। गहने और कैश भी ले गई तब 3 अक्टूबर को कोर्ट में केस दायर किया। 2023 में कोर्ट में तलाक का केस कर दिया। कई बार कोर्ट के नोटिस गए, मगर रिसीव नहीं हुए। कोर्ट के आदेश पर विज्ञापन निकलवाया, तब भी पत्नी नहीं आई। ऐसे में कोर्ट ने 20 अप्रैल 2024 को एक पक्षीय आदेश कर तलाक कर दिया।
दूल्हे ने बताया “तलाक के बाद उसकी शादी सिमराहा की वंदना से तय हो गई। सगाई के बाद रविवार को नूर गार्डन में शादी हो रही थी। वह बारात लेकर पहुंचा तो कुछ रस्में हो चुकी थी। इसके बाद जयमाला होनी थी। वह स्टेज पर दुल्हन का इंतजार कर रहा था तभी सरिका अपने घरवालों के साथ आई और मेरे साथ मारपीट कर दी। बचाने आए अन्य परिजनों को भी पीटा। इसमें मैं, मेरे पिता विधा प्रकाश विक्रम, 3 बहन हर्षिता, दिव्या, किरन, जीजा मोहन व दोस्त समेत अन्य लोग घायल हो गए।
दूल्हे ने बताया कि हंगामा के बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मेरी जान बचाई और मुझे, दुल्हन और सरिका को सदर थाने ले गई। थाने पर उसने पुलिस को अपने तलाक के कोर्ट पेपर दिखाए। रात करीब एक बजे पुलिस ने शादी करने की इजाजत दी। इसके बाद पुलिस की निगरानी में शादी की रस्में हुई।












