महाकुंभ से लौटी मां की तलाश में 3 दिन से भटक रही थी बेटियां
झांसी। तीन दिन पूर्व मऊरानीपुर स्टेशन के निकट ट्रेन से गिरकर मृत महिला की शिनाख्त उसकी बेटी ने करते हुए बताया कि वह अपनी मां-बड़ी बहन के साथ महाकुंभ से घर लौट रही थी। ट्रेन में बहुत भीड़ थी। हम दोनों बहनें भीड़ में आगे चले गए और मां पीछे रहकर हमने बिछुड़ गई। जब हम देखने गए तो मां नहीं थी। पूरे डिब्बे में वो नहीं मिली तो झांसी स्टेशन पर उतर गए और तीन दिन तक तलाश किया और शनिवार को जब मिली तो उसकी मौत हो चुकी थी।
मप्र के विदिशा के सुनैटी गांव निवासी मिथलेश देवी 8 फरवरी को अपनी मां-बड़ी बहन व पिता के साथ महाकुंभ में स्नान करने प्रयागराज गयी थी। स्नान करके यह परिवार चित्रकूट गया। बुधवार को मिथिला अपनी मां अत्तर देवी (62), बड़ी बहन सखी और पिता गणेशराम पटेल घर लौट रहे थे। ट्रेन में बहुत ज्यादा भीड़ थी। ऐसे में बड़ी बहन और मां डिब्बे में एक जगह बैठी थी और मिथिला अपने पिता के साथ थोड़ी दूर थी। यात्रा के दौरान सखी भी पिता के पास आ गई। जब ट्रेन मऊरानीपुर स्टेशन से आगे रवाना हुई तो सखी मां को देखने गई तो वह नहीं मिली। पूरा डिब्बा देखा, लेकिन मां का सुराग नहीं लगा। ऐसे में वह लोग झांसी स्टेशन पर उतर गए और अतर देवी की तलाश करने लगे।
मिथलेश का आरोप है कि झांसी स्टेशन पर उतरकर थाने गए और रिपोर्ट लिखवाई। मगर पुलिस ने कोई मदद नहीं की। 3 दिन तक मां को ढूंढ़ते हुए भटकते रहे। मगर मां का कोई सुराग नहीं लगा। ढूंढते हुए मऊरानीपुर के पास पहुंचे तो पता चला कि एक महिला ट्रेन से गिरकर घायल हो गई थी। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
यह जानकारी मिलने पर वह लोग शनिवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां पता चला कि थोड़ी देर पहले ही अतर देवी की मौत हो गई और शव पोस्टमार्टम घर में है। इस पर सभी घबरा कर पोस्टमार्टम घर पहुंचे और शिनाख्त की। वह लोग शव को पोस्टमार्टम के बाद अपने घर ले गए। मिथिला का कहना था कि यदि पुलिस मदद करती तो शायद मां जिंदा मिल जाती।