पत्नी से घर खाली कराने व लखनऊ ट्रांसफर की मांग कर रहा था

झांसी। ललितपुर रोड पर स्थित बीएसएनल के ऑफिस के मोबाइल टावर पर एक कर्मचारी नशे में चढ़ गया और बोला- पत्नी ने मुझे साले से पिटवाया है, उससे घर खाली कराओ और मेरा तबादला लखनऊ करो, इसके बाद ही नीचे आऊंगा। पत्नी मनाने पहुंची तो गाली-गलौज कर भगा दिया। इसके बाद वह दूर जाकर रोती रही। लगभग 3 घंटे तक इस हाई वोल्टेज ड्रामा के चलते अफसरों ने ट्रांसफर का आश्वासन देकर किसी तरह उसे नीचे उतारा। इसके बाद सदर पुलिस उसे अपने साथ ले गई।
कानपुर के गोलाघाट का मूल निवासी जयकुमार झांसी में ललितपुर रोड स्थित बीएसएनएल ऑफिस में फोर्थ क्लास कर्मचारी है। वह ऑफिस के पास में क्वार्टर में अपने परिवार के साथ रहता है। पत्नी ने बताया- मेरे पति शराब पीने के आदी है। महीने में ज्यादातर दिन वह ड्यूटी नहीं जाते। इसलिए पूरा वेतन तक नहीं मिलता। पति ने लाखों रुपए का कर्ज ले रखा है, इसलिए लोग परेशान करते हैं। एक साल से वह ब्यूटी पार्लर पर काम कर घर का खर्च चला रही है। लेकिन, वह अक्सर शराब पीकर मुझे और बेटियों को पीटता है।
बुधवार रात करीब 8 बजे जब वह घर पहुंची तो उसकी दोनों बेटियां घर के बाहर थी। पति कमरे के अंदर लेटा था। मैं किसी तरह अंदर गई, तो पति ने खूब झगड़ा किया। देर रात पति गुटखा लेने बाहर निकला, तो कमरा अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद सुबह उसने दोनों बेटियों को अपने मायके भिजवा दिया।
गुरुवार पत्नी के पार्लर पर जाने के बाद अपराह्न करीब 3 बजे जयकुमार अपने ऑफिस के पीछे करीब 300 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ गया। वह करीब 100 फीट की ऊंचाई पर जाकर बैठ गया और ट्रांसफर करने की मांग करने लगा। यह देख कर हंगामा हो गया और विभागीय कर्मचारी व अधिकारी वहां पहुंच गए। जयकुमार से जब टावर से उतरने को कहा तो वह कहने लगा- पत्नी का मायका झांसी में है। उसने रात में अपने भाइयों को बुला कर मुझे पिटवाया है। उससे क्वार्टर खाली कराओ और मेरा तबादला लखनऊ कराओ।
सूचना पर थाना सदर बाजार पुलिस पहुंची तो बोला कि ये पुलिस वाले मुझे पीटेंगे। पुलिस ने भरोसा दिया कि कोई नहीं मारेगा। तब भी वह नीचे नहीं आया। इस दौरान वह कभी गाना गाते हुए नजर आया, तो कभी शायरी गुनगुनाते हुए। बाद में अफसरों ने ट्रांसफर करने का भरोसा दिया, तब वह शाम करीब 6 बजे नीचे उतरा तो पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
2017 में भी चढ़ा था टावर पर
जयकुमार 2017 में भी इसी टावर पर चढ़ गया था। तब भी वह पत्नी और बेटियों के कहने पर नीचे नहीं उतरा था। बाद में आर्मी के जवानों के कहने पर जयकुमार नीचे उतरा था। पत्नी ने बताया कि तब उसे बहुत समझाया था, लेकिन उसकी हरकतों में कोई सुधार नहीं हुआ।