गंगा जल से स्नान कर अभिभूत हुए क़ैदी व स्टाफ

झांसी। आजाद भारत में यह पहला अवसर है जब योगी सरकार में कारागारों में निरुद्ध कैदियों को 144 वर्ष बाद दुर्लभ महाकुम्भ पर प्रयागराज संगम से आए पवित्र जल से स्नान करने का मौका मिला। गुरुवार को झांसी जिला कारागार में विधि-विधान से आस्था के साथ पूजन कर 1124 कैदियों ने गंगा के पवित्र जल से स्नान किया और कुम्भ स्नान की इच्छा पूरी हो गई।
गौरतलब है कि 144 वर्षों बाद दुर्लभ संयोग में आयोजित महाकुम्भ पर संगम में गंगा स्नान करने की सभी के हृदय में कामना रही। यही कारण रहा कि महाकुम्भ पर करोड़ों करोड़ श्रद्धालुओं का ऐसा सैलाब उमड़ा कि विश्व में हर हर गंगे कर उठा। इसमें विदेशी भी पीछे नहीं रहे। इस भव्य आयोजन में शामिल न हो पाने की कसक जेल में बंद कैदियों को भी बनी हुई थी। इन कैदियों को भी गंगा स्नान कर महाकुम्भ का पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भागीरथ बने और गंगा जेलों की चारदीवारी के अंदर बंदियों के पुण्य लाभ अर्जित कराने पहुंच गयी। उत्तर प्रदेश की जेलों में गंगा जल पहुंचा कर बंदियों का स्नान कराया गया।
विधि-विधान से मंत्रोच्चार व हर-हर गंगे के जयघोष के बीच हुआ अमृत स्नान
इसी क्रम में झांसी जेल में महाकुंभ पर संगम से लाया गया पवित्र जल जेल की पानी की टंकी में पूरे विधि विधान के साथ मिलाया कर मंत्रोच्चार के साथ शुद्ध किया गया। जेल में कुल 1124 कैदियों ने अमृत स्नान का लाभ लिया। इनमें 1035 पुरुष कैदी, 49 महिला कैदी और 40 किशोर शामिल थे। विशेष रुप से बुलाए गए पुजारी द्वारा मंत्रोच्चार किया गया। इसके बाद जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक विनोद कुमार और अन्य स्टाफ ने आचमन किया। इसके बाद कैदियों ने स्नान कर अमृत का लाभ उठाया।

कैदियों को पुण्य लाभ अर्जित करने का मौका
वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि जेल एक प्रकार का सुधार गृह होता है। यहां लोगों को सुधारने का प्रयास किया जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ से पवित्र त्रिवेणी संगम का जल मंगाया गया। कैदियों के लिए पवित्र संगम जल से स्नान कराने की व्यवस्था कराई गई। इस दौरान शुद्धता को बरकरार रखा गया। पुजारी द्वारा पूरे विधि विधान के साथ जल को पवित्र किया गया। इसके बाद कैदियों ने स्नान किया। जेल के स्टाफ ने भी इस पानी से स्नान किया।