झांसी। माह फरवरी 2025 में भारतीय रेल के वैगन पुनरुद्धार (पीओएच) के क्षेत्र में अग्रणी, वैगन कारखाना झांसी ने माह फ़रवरी 2025 में 891 वैगन मरम्मत कार्य पूरा कर एक नया ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना दिया है। यह उपलब्धि कारखाने की उच्च उत्पादकता, उन्नत इंजीनियरिंग तकनीकों और सुव्यवस्थित कार्य प्रणाली का प्रमाण है यह संख्या पिछले 129 वर्षो में सर्वाधिक है।
इससे पूर्व फरवरी 2019 में 677 वैगन, फरवरी 2020 में 602, फरवरी 2021 में 534 वैगन , फरवरी 2022 में 570, वैगन, फरवरी 2023 में 816 वैगन, फरवरी 2024 में 807 वैगन का पी ओ एच किया गया था। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के पीछे वैगन कारखाना की इनोवेटिव मेंटेनन्स स्ट्रेटेजी, उच्च स्तरीय गुणवत्ता नियंत्रण, और आधुनिक तकनीकों का उपयोग है।
मुख्य कारखाना प्रबंधक अजय श्रीवास्तवा के कुशल नेतृत्व में उत्पादन प्रणाली में कई सुधार किए गए जिससे वैगनों की मरम्मत और पुनर उद्धार की गति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
वैगन मरम्मत प्रक्रिया में कंप्यूटराइज्ड डायग्नोस्टिक अल्ट्रासोनिक और ऑटोमेटिक वेल्डिंग तकनीक का प्रयोग किया गया जिस से कार्य दक्षता और गुणवत्ता में अभूतपूर्व सुधार हुआ जिससे उत्पादन क्षमता बड़ी और वेस्टेज कम हुआ। वैगन की ओवरहॉलिंग के लिए सुपर चेक किए जाने से उत्पादन गति में वृद्धि हुई नई तकनीकों के उपयोग से वैगन की संरचनात्मक मजबूती ब्रेकिंग सिस्टम और पेलोड क्षमता में सुधार किया गया जिससे भारतीय रेलवे की लॉजिस्टिक्स क्षमता और परिचालन सुरक्षा में वृद्धि होगी। वैगन मरम्मत कारखाना झांसी ने जनवरी 2025 में भी 1001 वैगन का पीओएच कर एक एतिहासिक रिकॉर्ड बनाया था।
मुख्य कारखाना प्रबंधक अजय श्रीवास्तवा के नेतृत्व में कर्मचारियों के कार्य स्थल अनुभव को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुधार किए गए जिसमें संटिंग स्टाफ के लिए नए पाथ वे, पीने के पानी की उन्नत व्यवस्था, महिला कर्मचारियों के लिए डेडीकेटेड चेंज रूम, प्रोडक्शन शॉप में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, डीलक्स टॉयलेट सुविधाओं का निर्माण आदि शामिल है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर एनसीआईएस के सचिव इंद्र विजय सिंह, NCRMU की सचिव उषा सिंह सहित सभी अधिकारियों इंजीनियर और कर्मचारियों में जबरदस्त उत्साह है। वैगन कारखाना झांसी की इस सफलता से न केवल भारतीय रेल की लॉजिस्टिक क्षमता मजबूत होगी बल्कि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी गति मिलेगी।














