– 10 मार्च तक वेतन दिलाने का किया वादा , कर्मचारी काम पर लौटे

झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडीकल कॉलेज में कार्यरत आउट सोर्स कर्मियों ने हड़ताल के दूसरे दिन शनिवार को इलाईट चौराहे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के साथ प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिल कर अपना दर्द सुनाने के लिये सर्किट हाउस की ओर कूच किया। इसकी भनक लगते ही प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए।

मौके पर पहुंचे एडीएम, नगर मजिस्ट्रेट और एस पी सिटी सहित भारी पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को परशुराम चौक पर रोक लिया और सभी को लक्ष्मी गार्डन में ले जाकर समस्या के समाधान की कवायद शुरू कर दी। इसके तहत मेडीकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. मयंक सिंह व सी एम एस डा. सचिन माहौर को बुलाकर उनसे से चर्चा कराई और प्रधानाचार्य ने कर्मचारियों को सेवा प्रदाता संस्था द्वारा 10 मार्च तक दो माह का वेतन देने का लिखित आश्वासन दिखाया। उन्होनें कम्पनी द्वारा वादा खिलाफ़ी करने पर उसे ब्लैक लिस्ट करने का भरोसा दिलाया। इस पर मेडीकल कॉलेज प्रशासन को अन्तिम मौका देते हुये कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने का निर्णय किया। तब कहीं प्रशासन ने राहत की सांस ली।

इसी दौरान उप मुख्यमंत्री का काफिला वहां से निकलने के संकेत मिलने पर पुलिस प्रशासन ने एतिहात के तौर पर लक्ष्मी गार्डन का मुख्य द्वार बंद कर दिया ताकि हड़ताली कर्मचारी उप मुख्यमंत्री के काफिले तक न पहुंच सकें। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि वेतन के लिये कर्मचारियों को हर बार आंदोलन करने पर विवश होना पड़ता है। यह प्रदेश सरकार का नकारापन है जो कोरोना जैसे संकट काल में अपनी जान की परवाह न करके जिन कर्मियो ने लोगों की सेवा की।उन्हें आज अपनी अपने हक के लिये सड़क पर उतरना पड़ रहा है। लेकिन आज कर्मचारियों ने भी अपनी एकता और ताकत के बल पर प्रशासन को झुकने पर मजबूर कर दिया है।

प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कर्मचारी व तमाम कांग्रेसी नेता मनीराम कुशवाहा, इम्तियाज हुसैन, शंभू सेन, अनिल रिछारिया, शैलेंद्र वर्मा शीलू व कार्तिक पटैरिया आदि मौजूद रहे।