झांसी। आखिरकार भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को अपने नए जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर दी। झांसी में प्रदीप पटेल को जिलाध्यक्ष ग्रामीण बनाया गया है जबकि महानगर जिलाध्यक्ष की घोषणा रोक दी गई है। इसके पीछे प्रमुख कारण सहमति नहीं बन पाने का पेंच फंसना है ।

भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने जिला चुनाव अधिकारी एवं राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी के मोबाइल पर नाम भेजा। दोपहर करीब 2:15 बजे उन्होंने भाजपा कार्यालय में मंच पर आकर मोबाइल पर देख कर प्रदीप पटेल के नाम की घोषणा की। हालांकि, किसी एक नाम पर सहमति नहीं बनने से विवाद के चलते महानगर जिलाध्यक्ष की घोषणा रोक दी गई है।

दरअसल, रविवार को जिलाध्यक्ष के नामों की घोषणा किया जाना पहले ही तय हो चुका था। दोपहर में चुनाव पर्यवेक्षक प्रदेश महामंत्री रामप्रताप सिंह चौहान और जिला चुनाव अधिकारी राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी भाजपा कार्यालय पहुंची। यहां सीमा द्विवेदी ने कहा कि कोई भी अध्यक्ष होगा, वो आप सबके बीच में से एक होगा। कोई जोनपुर का नहीं होगा, मैं जोनपुर से किसी को लेकर नहीं आई। जो भी होगा आपका अपना, भाजपा पार्टी का कार्यकर्ता होगा। उन्होंने बताया कि  वह तीन से चार बार झांसी आईं और ईमानदारी से सबकी राय ली है। जो राय आप लोगों ने दी, उस राय को उन्होने और पर्यवेक्षक ने ऊपर रखा। पार्टी ने झांसी के हित में जो नाम तय किया है, उस नाम कि अब वह घोषणा कर रही हैं। यह कहते हुए उन्होंने मोबाइल फोन खोल कर बताया कि झांसी जिलाध्यक्ष ग्रामीण प्रदीप कुमार पटेल को बनाया जाता है। बाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही महानगर जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी।

झांसी ग्रामीण जिलाध्यक्ष प्रदीप पटेल मऊरानीपर के गढवा गांव के निवासी हैं। वह वर्तमान में जिला महामंत्री के पद पर थे। पिता जगदीश प्रसाद भी भाजपा में रहे।वह मऊरानीपुर ब्लॉक उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।

महानगर जिलाध्यक्ष को लेकर जोर अजमाइश

गौरतलब है कि भाजपा में झांसी महानगर जिलाध्यक्ष के नाम को लेकर खींचतान चल रही है। पैनल में भेजे गए नामों में से एक किसी एक नाम पर सहमति न बन पाने की वजह से पेंच फंसना है। इस स्थिति के चलते पार्टी ने रविवार को प्रदेश के कई जनपदों में जिलाध्यक्षों के नाम घोषणा कर दी। लेकिन झांसी महानगर जिलाध्यक्ष की घोषणा रोक दी गई है। फिलहाल महानगर अध्यक्ष पद के दावेदारों ने हिम्मत नहीं हारी है और लखनऊ से लेकर दिल्ली तक जोर आजमाइश में जुटे हैं।