
ग्वालियर। मंगलवार को अमृतसर से बिलासपुर जा रही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में ऐसी घटना हुई जो सोशल मीडिया की सुर्खियों में आ गई। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की कोच की छत पर चढ़ कर एक बंदर ने रेलवे स्टाफ को खूब छकाया और छत पर ही लगभग 180 किमी की दूरी तय कर डबरा पहुंचा। डबरा रेलवे स्टेशन पर बंदर का सकुशल रेस्क्यू किया गया तब सभी ने राहत की सांस ली। बंदर की वजह से ट्रेन एक घंटे से अधिक लेट हो गई।
दरअसल, बंदर को सबसे पहले छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के आगरा के राजा की मंडी से गुजरने के दौरान H-1 एसी कोच की छत पर उछलते हुए देखा गया। इस दौरान बंदर को बिजली का झटका लगा, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद वह कोच की कपलिंग के बीच कूद गया। इसकी जानकारी मिलने पर कंट्रोल रूम को सूचना दी गई, जिसके बाद ट्रेन को आगरा कैंट, धौलपुर, मुरान, बानमोर स्टेशनों पर रोककर बंदर को निकालने का प्रयास किया गया, किंतु सफलता नहीं मिली।
इसके बाद ट्रेन ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां वन विभाग की टीम को बुलाया गया। टीम ने लगभग 10 मिनट तक ट्रेन की जांच की, लेकिन बंदर कहीं नहीं मिला। इसके बाद ट्रेन फिर से चल पड़ी। कुछ देर बाद बंदर फिर से छत पर दिखाई दिया। तुरंत ट्रेन को डबरा में रोका गया। स्टेशन पर ट्रेन की ओएचई की सप्लाई काटी गई तब बंदर को कड़ी मशक्कत के बाद ट्रेन की छत से उतारा गया।
बंदर की वजह से हुई इस अप्रत्याशित घटना के कारण ट्रेन की यात्रा में कुल मिलाकर लगभग 30 मिनट की देरी हुई। जानवर को हटाने के लिए बार-बार छह अलग-अलग स्टेशनों पर रुकने से ट्रेन के शेड्यूल पर असर पड़ा। बंदर की वजह से ट्रेन तय समय से 1 घंटा 8 मिनट देरी से आगरा कैंट पहुंची जबकि ग्वालियर पहुंचते-पहुंचते यह 1 घंटे 38 मिनट लेट हो गई। कुल मिलाकर बंदर की बजह से रेलवे और यात्रियों का समय बर्बाद हुआ। यात्रियों को काफी परेशानी हुई। लेकिन सभी खुश थे कि बंदर को सुरक्षित बचा लिया गया।












