झांसी। कर्ज नहीं चुका पाने से परेशान आटो चालक ने रविवार को भतीजी की शादी से लौट कर घर में ही फांसी लगाकर जान दे दी। परिवार वालों का कहना है कि वह कर्ज से परेशान रहता था। उसकी इतनी आमदनी भी नहीं थी कि कर्ज चुका पाता। इससे वह परेशान रहने रहने लगा था।
जिले के थाना प्रेमनगर के राजगढ़ निवासी सुदेश (58) पुत्र मुन्नालाल सेन जीविकोपार्जन के लिए ऑटो चलाते थे। पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सुदेश ने करीब पांच साल पहले सात लाख रुपये कर्ज लिया था। हर माह ब्याज व कर्ज के कुछ हिस्से को चुकाता भी था। लेकिन, कमाई कम होने से कर्ज चुकाने में मुश्किल हो रही थी और ब्याज की रकम बढ़ती जा रही थी।

रकम व ब्याज चुकाने का लगातार दवाब की वजह से धीरे-धीरे वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। इसके चलते परिजनों से भी कम बात करता था। आखिरी बार अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने इंदौर गया। वहां से रविवार शाम लौट कर सभी के साथ खाना खाने के बाद अपने कमरे में चला गया। रात में कमरे में साड़ी का फंदा बनाकर उससे झूलकर जान दे दी। सोमवार सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं आए तब परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। खिड़की से देखने पर सुदेश का शव फंदे से लटक रहा था। यह देखकर परिजनों में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया।