आईआरसीटीसी व रेल प्रशासन द्वारा जांच व कार्रवाई नहीं किया जाना संदेह के घेरे में
झांसी। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली साबरमती एक्सप्रेस में ओवर चार्जिंग से यात्रियों से आए दिन विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस संबंध में आईआरसीटीसी के अधिकारियों एवं उत्तर मध्य रेल झांसी मंडल के जिम्मेदार रेल अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए अन्यथा कभी भी विवाद की स्थिति गंभीर हो सकती है।
यात्रियों की शिकायत है कि साबरमती एक्सप्रेस में साइट पेंट्री में पेय व खाने आदि के निर्धारित से अधिक दाम वसूले जा रहे हैं। आरोप है कि चाय 10 रुपए में 50 रुपए में, शाकाहारी थाली स्पेशल के नाम पर बताकर 120 रुपए में दी जा रही है इतना ही नहीं 30 रुपए में मिलने वाला नाश्ता 40 रुपए में दिया जा रहा है, इसमें खादय सामग्री का वजन भी कम रहता है। रेल नीर तो उपलब्ध ही नहीं कराया जाता है और लोकल पानी की 15 रुपए की बोतल 20 रुपए में दी जा रही है। इतना ही नहीं इस गोरखधंधे में ठेकेदार के आदमियों की आड़ में कथित अनधिकृत में काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि आइआरसीटीसी ने रेल यात्रियों के लिए ब्रांडेड पैकेज्ड ड्रिकिंग वॉटर रेल नीर लांच किया है साबरमती ट्रेन में ठेकेदार के कथित वेंडर कुछ स्थानीय ब्रांड के पानी ट्रेन में बेच रहे हैं जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है साथ ही रेलवे की छवि पर भी धब्बा लग रहा है।
दरअसल इस गाड़ी में पेंट्रीकार ठेकेदार के माध्यम से संचालित है। कई बार निर्धारित रेट से दोगुना ज्यादा राशि वसूलने पर की शिकायतों के बाबजूद जिम्मेदार आईआरसीटीसी व रेल प्रशासन द्वारा जांच पड़ताल कर कार्रवाई नहीं किया जाना प्रश्न चिन्ह बना हुआ है। रेलवे को समय रहते जांच पड़ताल कर कार्रवाई करना चाहिए।