नकली सोने की ईंट और चेन दिखाकर करते थे ठगी टप्पेबाज
झांसी। असली का लालच दिखाकर नकली सोने की ईंट और चेन बेच कर टप्पेबाजी करने वाले करने वाले पिता पुत्र सहित चार ऐसे टप्पेबाजों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जो नकली सोने की ईंट में एक जगह असली सोना लगाकर लोगों को विश्वास में लेकर उनके साथ टप्पेबाजी कर रहे थे। ऐसा ही वह नकली सोने की चेन में भी कर रहे थे। लेकिन यह उनका दुर्भाग्य रहा कि इस बार वह उस परिवार को ठग रहे थे, जो पहले भी ऐसी ही ठगी का शिकार हो चुका था।
जिले के उल्दन थाना क्षेत्र के गांव निमौनी में शुक्रवार को अजमेरी अली पुत्र रहमत अली, फैजान अली पुत्र गुलाम गौस, गुलाम गौस पुत्र छोटे और रमजान खान नट पुत्र शिव बालक निवासी ग्राम बांधी थाना रैपुरा, जिला चित्रकूट पहुंचे और उन्होंने एक परिवार को बताया कि उनके घर में निर्माण के दौरान धन निकला है। इसमें सोने की ईंट और चेन भी हैं। वह इसलिए घर से दूर आकर ये माल बेच रहे हैं ताकि किसी को भनक न लगे क्योंकि अगर पुलिस को जानकारी हो गई तो वह सरकारी खजाने में इस माल को जमा करा देगी।
उन्होंने परिवार को विश्वास में लेने के लिए ईंट के एक हिस्से को छेनी से काटकर परिवार को देते हुए बोले कि इसे सुनार से चेक करा लें। साथ ही चेन की एक कड़ी भी निकाल कर चेक कराने के लिए दे दी। इसी दौरान परिवार का वह युवक भी आ गया जो इससे पहले इसी तरह की ठगी का शिकार हो चुका है। हालांकि यह परिवार भी अपने साथ हो चुकी टप्पेबाजी से अब होशियार हो गया था। जब टप्पेबाजों ने उन्हें असली सोने का एक टुकड़ा दिया तो वह उसे लेकर कहीं नहीं गए। हालांकि वे टप्पेबाजों को ऐसा ही दर्शाते रहे कि वह ईंट और चेन खरीदने के लिए लालायित हैं। स्थिति देखकर टप्पेबाज भी निश्चिंत थे कि परिवार लालच में फंस गया है और शनिवार को वह पैसा लेकर रफूचक्कर हो जाएंगे। ग्रामीण ने पैसा जुटाने के लिए टप्पेबाजों से एक दिन का समय भी ले लिया था।
इसके बाद सतर्क ग्रामीण ने ठगों की पुलिस को सूचना दे दी। इस पर पुलिस ने तत्परता दिखाई और ठगों को नकली सोने की ईंट, 6 नकली सोने की चेन, लोहे की छेनी, 2 तमंचे, 3 कारतूस, एक अवैध रिवाल्वर, 1 जिंदा कारतूस, एक कार और 5 हजार रुपए कैश सहित गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि जिसे वह सोने की ईंट बताते हैं दरअसल, सोना नहीं होता। बताया कि जब वह नकली सोने की ईंट बनवाते हैं तो उसके एक छोटे हिस्से में असली सोना लगवा लेते हैं। इसी हिस्से को छेनी से काटकर अपने शिकार होने वाले व्यक्ति को देते हैं। जब उस हिस्से से निकाली गई धातू की जांच होती है तो वह सोना ही निकलता है। इससे लोगों के मन में लालच आ जाती है। बाकी कि पूरी ईंट में सोना नहीं होता। इसी तरह जंजीर में भी एक कड़ी सोने की लगवा लेते हैं। जब उनका शिकार चेन का सोना चेक कराने का दवाब बनाता है तो वही असली वाली कड़ी निकालकर दे देते हैं। जब लोगों को यह विश्वास हो जाता है कि ये कड़ी असली है तो वह आसानी से इनका शिकार बन जाते हैं।
ठग बोले-पूरा डेरा करता है टप्पेबाजी
आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह ये काम पहली बार नहीं कर रहे हैं। वह इससे पहले भी कई लोगों को सोने का झांसा देकर ठग चुके हैं। बताया कि उनका डेरा है, जिसमें अधिकांश लोग टप्पेबाजी का ही काम करते हैं। पुलिस पूछताछ में उन्होंने ये भी बताया कि उनके ही कुछ साथी अभी आगरा, मेरठ, सहारनपुर, पीलीभीत, इटावा जैसे जिलों के गांवों में सक्रिय हैं।
आरोपियों में पिता-पुत्र भी हैं शामिल
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए टप्पेबाजों में फैजान अली बेटा व गुलाम गौस उसका पिता है। दोनों आरोपियों के आपराधिक इतिहास भी खंगाले जा रहे हैं। कहा कि ये लोग टप्पेबाजी करने दूर-दूर तक जाते थे। अभी तक इन्होंने कितने लोगों को ठगा है, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।