झांसी। विश्व रेडक्रॉस दिवस पर इण्डियन रेडक्रॉस सोसाइटी के तत्वावधान में सीएमओ कार्यालय सभागार में संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए चेयरमैन आचार्य हरिओम पाठक ने रेडक्रास सोसायटी के कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में स्वयं सेवकों की बड़ी संख्या में भर्ती कर प्रशिक्षित किया जाएगा और उन्हें मेडिकल कॉलेज व जिला चिकित्सालय झांसी में पीडि़तों की सहायता के लिए तैनाती करने का कार्य किया जायेगा।
इस दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक डा. नीरज कुमार पाण्डेय ने बताया किविद्यालयों के द्वारा रेडक्रॉस शुल्क अनिवार्यता से जमा किया जाता है। विद्यालय स्तर पर रेडक्रॉस की गतिविधियां जोर पकड़े इसके लिए रेडक्रास शिक्षक-शिक्षिकाओं की प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित करायी जायेगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुशील प्रकाश ने बताया कि रेडक्रास भवन के पुनरूद्घार के लिए तेजी लायी जायेगी। कोषाध्यक्ष मनमोहन मनु ने कहा कि भारत में इस वर्ष रेडक्रास सोसाइटी का शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है जो आगामी वर्षभर चलेगा। वर्ष २०३० तक देशभर में सोसाइटी को अपने सेवा कार्यों को तत्काल व प्रभावी रूप से करने हेतु सुदृढ़ बनाने का लक्ष्य रखा गया है। डिपो चेयरमैन सुदर्शन शिवहरे ने बताया कि प्रथम नोबेल शांति पुरस्कार रेडक्रास सोसाइटी के संस्थापक पर हेनरी ड्यूनेन्ट को वर्ष १९०१ में मिला, जब कि रेडक्रास सोसाइटी को वर्ष १९१७ में विश्व शांति नोबेले पुरस्कार प्रदान किया गया। संगोष्ठी में रमाकांत वर्मा, प्रो.एसआर गुप्ता, संजय पटवारी, डा. नीति शास्त्री, आरपी गुप्ता, डा. पीयूष नायक, रवीश त्रिपाठी ने भी रेडक्रास के मानव सेवा कार्यों में पूर्ण सहयोग की बात कही। इसमें सदस्य विष्णु जैन, सीताराम रायकवार, एसपी श्रीवास्तव, नवीन माहेश्वरी, शिवाशीष पाण्डेय, मयंक श्रीवास्तव, डा. जितेन्द्र तिवारी, डा. राजेश समेत कई चिकित्सक, स्वास्थ्य अधिकारी व गणमान्यजन उपस्थित रहे। अंत में डिप्टी सीएमओ सचिव डा. नरेश अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया।