ट्रैक्टर-ट्रॉली से झांसी में अपहरण का खुलासा : पुलिस हिरासत में अपहरणकर्ता
झांसी। जिले के रक्सा थाना क्षेत्र के एक व्यापारी का डेढ़ करोड़ की फिरौती को ट्रैक्टर-ट्रॉली से अपहरण के मामले में झांसी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। अपहरण का मास्टरमाइंड सेना का जवान निकला, जिसने अपना कर्ज उतारने के लिए कारोबारी का अपहरण किया था। उसके साथ उसके अन्य चार साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि 14 अप्रैल को झांसी के रक्सा थाना क्षेत्र में हाइवे पर इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाने वाले माधव मोहन गुप्ता उर्फ आशीष का अपहरण हो गया था। अपहरण करने वालों ने डेढ़ करोड़ की फिरौती मांगी थी। परिजनों ने इस मामले में रक्सा थाने में 15 अप्रैल को मुकदमा दर्ज कराया था कि रक्सा मैन बाजार निवासी इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापारी माधव मोहन गुप्ता देर रात दुकान बंद करके घर नहीं लौटा और आज सुबह इसके मोबाइल से परिजनों को फोन आया और कहा कि अगर माधव को जिंदा चाहते हो तो डेढ़ करोड़ रुपए लेकर आ जाओ। पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर अपहृत की तलाश शुरू कर दी थी। उधर अपहरण कर्ता एक ग्राम प्रधान द्वारा विरोध करने पर उसे छोड़ कर भाग गए थे। अपहरण कर्ता व्यापारी को ट्रेक्टर ट्राली में डालकर बांधकर उसे जंगल की ओर ले जा रहे थे।
घटना के दो दिन बाद व्यापारी खुद ही अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर लौट आया था। अपहृत ने बताया था कि उसका अपहरण ट्रैक्टर-ट्रॉली में किया गया था। इस बात पर पुलिस को भी हैरानी थी। इस अपहरण कांड के खुलासे व अपहरण कर्ताओं की गिरफ्तारी को एस एस पी सुधा सिंह ने स्वाट टीम और रक्सा थाने की पुलिस टीमों को दिशा-निर्देश दिए थे। पुलिस ने अपने आप बच निकले व्यापारी से पूछताछ के बाद अपना जाल फैलाया। सर्व लांस ओर सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस अपहरण कर्ताओं तक पहुंची। पुलिस ने इस अपहरण कांड के मास्टर माइंड फौजी चिरगांव के पट्टी कुम्हर्रा निवासी धनेन्द्र सिंह और रक्सा निवासी सूरज अहिरवार समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त ट्रेक्टर ट्राली ओर मोबाइल फोन, पिस्टल, बरामद कर ली।
पुलिस के मुताबिक अपहरण कांड का मास्टर माइंड फौजी पहले ग्लेशियर में तैनात था इसके बाद अभी उसकी तैनाती कलकत्ता में थी। वह 8 अप्रैल को छुट्टी लेकर घर आया था। लेकिन वह अपने घर नहीं गया था, तभी से वह सूरज अहिरवार और अन्य लोगों के साथ माधव मोहन के अपहरण कांड की साजिश रच रहा था। बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपी सूरज फौजी के साथ क्रिकेट खेलने जाता था तभी से उनकी आपस में दोस्ती थी। फौजी के ऊपर बहनों की शादी करने और भाई को दिलाए गए डंफर का कर्ज था। इधर सूरज और अन्य आरोपियों पर भी काफी कर्जा था। इसी कर्ज से मुक्ति पाने को फौजी ने इन लोगों से जानकारी ली कि कोई मालदार व्यापारी हो तो बताओ। इस पर सूरज और अन्य लोगों ने माधव मोहन के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद फौजी अपनी ड्यूटी से छुट्टी लेकर सीधा रक्सा पहुंचा यहां सूरज अहिरवार के साथ, रक्सा के ग्राम कंटीली निवासी मानवेंद्र सिंह परमार,मध्यप्रदेश के निवाड़ी सिंधरी निवासी कमलेश पाल, मध्यप्रदेश के जिला दतिया उन्नाव बालाजी निवासी शशिकांत पाल के साथ गैंग तैयार कर माधव मोहन के अपहरण की योजना बनाकर मौका मिलते ही उसका अपहरण कर ले गया था। पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी सिटी ने बताया कि सैन्यकर्मी घनेन्द्र के प्लान पर उसके साथी मनेंद्र सिंह परमार उर्फ सुमित राजा पुत्र यादवेंद्र सिंह परमार निवासी कटीली थाना उदगुआ जिला दतिया ने व्यापारी की कई दिन रेकी की थी। इसके बाद घनेन्द्र ने सुमित, कमेलश पाल पुत्र जगमोहन पाल थाना सेंधरी जिला निवाड़ी, शशिकांत पाल पुत्र विजयराम निवासी उन्नाव बालाजी जिला दतिया और सूरज अहिरवार पुत्र सुनील कुमार अहिरवार निवासी रक्सा थाना झांसी के साथ मिलकर व्यापारी को ट्रैक्टर ट्रॉली से रक्सा हवाईवे से ही उठा लिया था। इस अपहरण कांड के दो आरोपी फरार चल रहे जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।











