झांसी। जिला सहकारी विकास संघ के निदेशक कुंवर लाखन सिंह अस्ता ने लखनऊ स्थित आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट कर वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की कर्म स्थली झांसी महानगर की विश्व में ख्याति के अनुरूप विशेष सौगातें दिए जाने की मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री को “झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और उनकी झांसी” नामक पुस्तक भेंट की।

इस दौरान लाखन सिंह ने बताया कि वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई व हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की कर्मभूमि ऐतिहासिक झांसी महानगर की ख्याति संपूर्ण विश्व में होने के कारण यहां देश – विदेश से भारी संख्या में पर्यटक आते हैं, लेकिन झांसी महानगर में आज भी विश्व ख्याति के अनुरूप विकास और सहूलियतें न होने के कारण क्षेत्रवासियों की उम्मीदें उत्तर प्रदेश सरकार पर टिकी हुई हैं। अपने करिश्माई खेल से संपूर्ण विश्व को अचंभित करने वाले हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की महानगरी में अन्तर्राष्ट्रीय स्तरीय स्टेडियम न होना झांसी ही नहीं संपूर्ण बुन्देलखण्ड वासियों को सालता (कमी महसूस होती)है। झांसी में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम का निर्माण कराए जाने से खेल प्रेमियों की उम्मीदें पूरी होने के साथ ही देश- विदेश के खिलाड़ियों के आगमन से खेल प्रतिभाओं को भी प्रोत्साहन मिल सकेगा। यह भी बताया कि झांसी – ग्वालियर मार्ग पर सूती मिल कई दशकों से बंद पड़ी है, काफी बड़ा व स्टेडियम के लिए पर्याप्त भूभाग उपेक्षित पड़ा है।जिसके स्थान पर अन्तर्राष्ट्रीय स्तरीय स्टेडियम का निर्माण किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई के नाम से मेडिकल कालेज है, जिसमें विभिन्न जनपदों से लोग स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने हेतु आते हैं। मेडिकल कालेज में अभी कई सहूलियतें न होने के कारण अत्यंत गंभीर हालत में उपचार हेतु ग्वालियर जाना पड़ता है।