• ममता से ठुकराई नवजात को मिला सहारा
    झांसी। कोई न कोई मजबूरी रही होगी की जन्म देने वाली मां ने मासूम को खेत में फेंक कर मुड़ कर भी नहीं देखा, किन्तु सौभाग्य से मासूम को मेडिकल कालेज में आसरा मिल गया और स्टाफ की देखरेख से उसे नई जिन्दगी मिल गयी। अब वह शिशु विहार आश्रय गृह में खिलखिला रही है।
    दरअसल, पिछले माह राठ में एक खेत में रात के अंधेरे में कोई मजबूर मां अपनी नवजात ब’ची को लावारिस फेंक कर चली गयी। इसे जब ग्रामीणों ने देख तो पुलिस को सूचना दी। इस पर बच्ची को आशा बहू ने अपने संरक्षण में ले लिया। इसके बाद बच्ची को उपचार के लिए मेडिकल कालेज के निक्कू बार्ड में भर्ती करा दिया गया। वार्ड में चिकित्सक व स्टाफ की अथक मेहनत से बच्ची स्वास्थ्य लाभ लेने लगी। इसकी जानकारी मिलने पर सिटी चाइल्ड लाईन समन्वयक अमरदीप बमोनिया नवजात को संरक्षण में लेने के लिये पहुचे, किन्तु डाक्टर द्वारा बताया गया था कि अभी ब’ची स्वास्थ्य स्थिति में नही है जिस पर चाइल्ड लाइन टीम लगातार मेडीकल कॉलेज में जाकर बच्ची का फलोअप करते रहे। बुधवार को मेडीकल कालेज से बच्ची के स्वस्थ्य होने की जानकारी मिलने पर सिटी चाइल्ड लाइन से हिमांशु विमल व सोनिया पस्तोर तत्काल मेडिकल कॉलेज के निक्कू बार्ड पहुँची और नवजात को डिस्चार्ज करा कर अपने संरक्षण में ले लिया। इसकी सूचना उन्होंने जिले की बाल कल्याण सिमिति को देकर समिति के समझ प्रस्तुत किया। बाल कल्याण समिति के आदेश अनुसार बच्ची को शिशु विहार आश्रम गृह झांसी भेजा गया। सिटी चाइल्ड लाइन संयोजक अमरदीप वमोनिया ने बताया यदि झांसी जिले में किसी को संकट ग्रसित, गुमशुदा, आश्रय विहीन व भटके बच्चे के बारे में कोई जानकारी मिले तो परमार्थ समाज सेवी संस्थान द्वारा संचालित सिटी चाइल्डलाइन 1098 पर तत्काल सूचना दें जिससे समय रहते बच्चे को संरक्षण प्रदान किया जा सके।