- एएसआई पर उत्पीडऩ के आरोप प्रकरण में समझौता की कवायद
झांसी। आरपीएफ स्टेशन पोस्ट पर तैनात सहायक उप निरीक्षक जय प्रकाश के खिलाफ दूधिया द्वारा लगाए गए उत्पीडऩ प्रकरण में आज आरपीएफ सीनियर कमाण्डेण्ट के समक्ष पीडि़त को प्रस्तुत किया कर उसके बयान दर्ज किए गए। इस प्रकरण में एक बिचौलिए के हस्तक्षेप से समझौता होने की चर्चाएं हैं।
आरोप है कि रानी लक्ष्मी नगर रेलवे कालोनी निवासी आरपीएफ में सहायक उप निरीक्षक जय प्रकाश द्वारा दूधिया बृजकिशोर उर्फ पप्पू निवासी बगेदरी उदगुवां जिला दतिया मप्र से उधार दूध लिया जाता था। सहायक उप निरीक्षक द्वारा दूध की उधारी चुकाए बिना कालोनी का आवास छोड़ दिया। इस पर दूधिये द्वारा उससे उधारी चुकाने को कहा। इस पर सहायक उप निरीक्षक बुरा मान गया और दूधिए को सबक सिखाने के लिए मौके की ताक में रहने लगा। इसी क्रम में सहायक उप निरीक्षक द्वारा दूधिए को उधारी के रुपए चुकाने के लिए २४ मई को आरपीएफ स्टेशन पोस्ट पर बुलाया। इस पर दूधिया जब पोस्ट पर पहुंचा तो आरोपी सहायक उप निरीक्षक ने नो पार्किंग में उसकी गाड़ी पकड़ ली और दूधिये का बिना टिकिट में चालान कर दिया। इसके बाद दूधिया न्यायालय में जुर्माना अदा करके बिना अपनी गाड़ी को पोस्ट से रिलीज कराए घर चला गया।
दूधिए ने सहायक उप निरीक्षक के उत्पीडऩ की शिकायत कर न्याय की गुहार की। मामला प्रकाश में आने पर सहायक उप निरीक्षक द्वारा फंसने से बचने के लिए दूधिए को बुला कर गाड़ी ले जाने का दबाव बनाया, किन्तु वह नहीं माना। इस प्रकरण में आरपीएफ आईजी (प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त प्रयागराज) ने मण्डल सुरक्षा आयुक्त उमाकांत तिवारी को जांच के आदेश जारी कर दिए। मण्डल सुरक्षा आयुक्त के निर्देश पर सहायक सुरक्षा आयुक्त अजय रामपाल सिंह द्वारा जांच शुरू कर दी गयी। इधर, कार्यवाही की गाज से बचने के लिए शिकायतकर्ता से समझौते के प्रयास शुरू कर दिए गए। आज पीडि़त दूधिया एक मध्यस्थ के साथ पोस्ट पर पहुंच गया। पोस्ट में काफी देर तक दूधिया से बातचीत की जाती रही। इसके बाद प्रभारी निरीक्षक दूधिए को लेकर मण्डल सुरक्षा आयुक्त कार्यालय पहुंचे। वहां उसके बयान दर्ज किए गए। सूत्रों की मानें तो इस प्रकरण में समझौता की कवायद की है। इसके चलते दूधिया आरोपों से इंकार कर सकता है। फिलहाल सत्यता के लिए जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।