झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झाँसी मंडल के खैरार-भीमसेन खंड के दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत अकोना से रगौल लगभग 13.64 किलोमीटर खंड में 25 केवी एसी इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन प्रणाली का कार्य पूर्ण हो चुका है। इस खंड में विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण आज उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर यतेन्द्र कुमार द्वारा किया गया।

निरीक्षण के दौरान निरीक्षण यान एवं टावर वैगन से बिजली कर्षण प्रणाली से जुड़े विभिन्न इंस्टॉलेशन, समपार फाटक (गेट्स), स्विचिंग पॉइंट्स, खंभे, ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) वायरिंग, और अन्य सभी आवश्यक उपकरणों की बारीकी से परख की गई। इस प्रक्रिया में सभी उपकरणों की कार्यकुशलता की जांच करते हुए, उन्हें आवश्यकतानुसार संचालित कर उनकी प्रभावशीलता का आकलन किया गया। सुरक्षा मानकों की सुनिश्चितता के पश्चात् 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से स्पीड ट्रायल किया गया, जिससे रेल परिचालन की विश्वसनीयता और संरक्षा की पुष्टि की जा सके।
अकोना-रगौल खंड में इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन की शुरुआत से न केवल रेलगाड़ियों की गति में वृद्धि होगी, बल्कि परिचालन लागत में भी कमी आएगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवाएँ मिल सकेंगी। खंड का विद्युतीकरण कार्य के पूरा होने से खैरार-भीमसेन दोहरीकरण परियोजना को नई गति मिलेगी।

इस खंड पर रेल संरक्षा आयुक्त का निरीक्षण दिनांक 19 जुलाई को किया जाना है। निरीक्षण के पश्चात् रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा अनुमति प्रदान के उपरांत इस खंड पर रेल संचालन शुरू होगा। उत्तर मध्य रेलवे निरंतर आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में प्रयासरत है और यह निरीक्षण उसी कड़ी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

इस महत्वपूर्ण निरीक्षण के दौरान कई वरिष्ठ अधिकारी एवं रेलवे स्टाफ उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से मुख्य बिजली इंजीनियर/निर्माण II संजीव कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) पी. पी. शर्मा, उप मुख्य विद्युत इंजीनियर/ निर्माण श्री चंद्र पाल ,वरिष्ठ मंडल विधुत इंजीनियर /ओपी शिवम श्रीवास्तव , वरिष्ठ मंडल विधुत इंजीनियर / टीआरडी सतबीर सिंह , वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजीनियर नरेन्द्र सिंह, मंडल विद्युत इंजीनियर/टी डी प्रकाश तिवारी सहित अन्य अधिकारी एवं तकनीकी स्टाफ, निरीक्षक तथा पर्यवेक्षक उपस्थित रहे I