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झांसी। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने झांसी में आरएसएस पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने संघ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में दंगे बिना आरएसएस की भूमिका के हो ही नहीं सकते। यही नहीं, उन्होंने संघ पर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग का भी सवाल खड़ा किया व मनी लॉन्ड्रिंग केस भी चलाने की मांग की।

झांसी प्रवास के दौरान मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आरएसएस का एकमात्र एजेंडा हिन्दुओं को भड़काना और युवाओं को संविधान के खिलाफ खड़ा करना है। उन्होंने कहा कि संघ लोगों को गुमराह कर यह फैलाता है कि मुस्लिम आबादी हिन्दुओं से ज्यादा होने जा रही है, जबकि यह पूरी तरह गलत है। दिग्विजय सिंह ने आरएसएस को गैर-पंजीकृत संस्था बताते हुए आरोप लगाया कि करोड़ों रुपये का चंदा इनके पास आता है, लेकिन इसका कोई लेखा-जोखा नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब संस्था का एकाउंट ही नहीं है, तो फिर मनी लॉन्ड्रिंग का केस क्यों न चले।

“I love…” विवाद पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। जिसकी आस्था हो वह कह सकता है, इसमें मुकदमे की कोई जरूरत नहीं। उन्होंने बरेली में हुए बवाल पर कहा कि दंगे सरकार की नीयत और अधिकारियों की जिम्मेदारी पर निर्भर करते हैं। समय रहते अगर कदम उठाए जाएँ तो दंगे रोके जा सकते हैं। बिहार चुनाव को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि 7–8 अक्टूबर को SIR लागू होने का फैसला आना है। अगर भाजपा कह रही है कि घुसपैठिए वोटर बने हैं, तो उनके नाम भी बताए। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा पिछले 11 सालों से केंद्र की सत्ता में है, तो आखिर ये घुसपैठिए देश में आए कहाँ से। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य सहित अन्य कांग्रेसी नेता उपस्थित रहे।