ग्वालियर। झांसी से ग्वालियर जा रही तेज रफ्तार फॉर्च्यून गाड़ी की रेत से भर ट्रैक्टर-ट्रॉली से भीषण भिडंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि फॉर्च्यूनर में सवार सभी 5 लोगों की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। गाडी के ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे घुस जाने से कोई भी सवार बच नहीं पाया है।

यह घटना ग्वालियर-झांसी हाइवे पर मालवा कॉलेज के सामने रविवार की सुबह 6.35 बजे हुआ है। सभी मृतक ग्वालियर निवासी बताये जा रहे है। वह एमपी07-सीजी 9006 नम्बर की फॉर्च्यूनर में उत्तर प्रदेश के झांसी से एक कार्यक्रम में शामिल होकर ग्वालियर वापिस लौट रहे थे । गाडी जैसे ही मालवा कॉलेज के सामने पहुंची, मोड़ पर रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली सामने आ गयी। तेज रफ्तार होने की वजह से चालक, गाडी को नियंत्रित नहीं कर पाया और गाडी पीछे से ट्रैक्टर-ट्रॉली में घुस गयी। शव गाडी और ट्रैक्टर-ट्रॉली के बीच बुरी तरह से फंसे हुए थे। पुलिस और स्थानीय निवासियों ने कटर मशीन की सहायता से गाड़ी को काटकर शवों को बाहर निकाल कर पुलिस निगरानी में पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है।

ग्वालियर झांसी हाईवे पर ट्रैक्टर ट्राली से टकराई उक्त गाड़ी उमेश सिंह राजावत निवासी दीनदयाल नगर की है। उमेश सिंह बिल्डर बताए गए हैं। हादसे में आदित्य जादौन, राम पुरोहित, क्षितिज उर्फ प्रिंस राजावत, कौशल भदौरिया, अभिमन्यु सिंह की मौत हो गई।

बताया गया है कि फॉर्च्यूनर ग्वालियर के प्रॉपर्टी कारोबारी उमेश राजावत की है। शनिवार रात करीब 9 बजे वे शनिचरा धाम से लौटे थे। उनका इकलौता बेटा प्रिंस राजावत उक्त गाड़ी ले गया था। नेशनल हाईवे एम्बुलेंस के प्रायमरी मेडिकल ऑफिसर पंकज यादव ने बताया कि सुबह करीब साढे़ 6 बजे सिरोल थाने से सूचना मिली थी कि मालवा कॉलेज के सामने हादसा हुआ है। वे डबरा से टीम सहित सुबह 7:00 बजे मौके पर पहुंचे। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि फॉर्च्यूनर की रफ्तार करीब 160 किमी प्रतिघंटा थी। पुलिस ने कार के दरवाजे तोड़कर घायलों को बाहर निकाला।

कार के एयरबैग खुलकर फटे

पुलिस के मुताबिक, कार के एयरबैग खुल कर फट गए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा कि कार की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास होगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार से शराब की खाली बोतल और खाली डिस्पोजेबल गिलास भी मिले हैं। सीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि हादसे के कारणों की जानकारी जुटा रहे हैं।