- राजनैतिक दल, स्वंय सेवी संस्थाओं का समर्थन, ज्ञापन दिया
झांसी। झांसी मीडिया क्लब के तत्वावधान में जिला मुख्यालय पर इलाइट चौराहे पर जिले के प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने एक जुट होकर प्रदेश में लगातार हो रहे पत्रकारों के उत्पीडऩ, फर्जी मुकदमे दर्ज करने व मिर्जापुर के पत्रकार के खिलाफ मिड डे मील योजना में गड़बड़ी उजागर करने के विरोध में जंगी प्रदर्शन कर धरना दिया और एक स्वर में उत्पीडऩ के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर मिर्जापुर व बिजनोर प्रशासन का पुतला फूंक कर आक्रोश व्यक्त किया।
झाँसी मीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा के आव्हान पर आज झांसी मुख्यालय पर जिले भर के मीडिया कर्मियों का जमाबड़ा हुआ। मीडिया कर्मियों ने इलाइट चौराहे पर धरना प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार की पत्रकार विरोधी नीतियों पर करारा प्रहार किया। पत्रकारों ने प्रदेश के विविध जिलों में पत्रकारों के उत्पीडऩ व फर्जी मुकदमे दर्ज करने को चौथे स्तम्भ पर कुठारा घाट बताया और चेतावनी दी कि यदि इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति हुई तो पत्रकार जिलों से निकल कर प्रदेश व देश स्तर पर आंदोलन की अलख जगायेगें। इस दौरान सरकार की जन कल्याण कारी नीतियों में किये जा रहे घपलों को उजागर कर आइना दिखाया जाएगा। प्रारम्भ में मीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा ने मिर्जापुर व बिजनोर जिलों में पत्रकारों पर दर्ज मुकदमों, उन्नाव जिले में दैनिक पब्लिक पावर के सम्पादक पर गुंडा एक्ट की कार्यवाही व झांसी के दैनिक जनता यूनियन के सम्पादक नत्थू कुशवाहा का हिस्ट्री शीटर लिस्ट में शामिल करने के प्रकरणों की विस्तार से जानकारी देते हुए सम्बंधित जिला व पुलिस प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पत्रकारों का दमन सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा है। इसे मीडिया कर्मी किसी भी हालत में बर्दास्त नहीं करेंगे और सभी एक जुट होकर जिले से लेकर प्रदेश व देश तक उत्पीडऩ के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। उन्होंने सभी मीडिया संगठनों से एक जुट होकर एक मंच पर आकर संघर्ष में साथ देने का आव्हान किया। इसके साथ ही उन्होंने पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई।
धरना स्थल पर उपस्थित पत्रकारों ने प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए एक जुटता के साथ सड़क पर उतर कर संघर्ष करने का संकल्प दोहराया। महिला पत्रकार साथियों ने कदम से कदम मिलाकर आंदोलन में साथ देने का वायदा किया। राजनीतिक संगठनों, स्वंय सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित गणमान्य नागरिकों ने भी धरना में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर पत्रकारों के स्वर में स्वर मिलाया व देश के चौथे स्तम्भ के दमन की निंदा की। इस दौरान धरना स्थल पर पहुँचे नगर मजिस्ट्रेट रामप्रकाश को मीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा व ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बीबी गौर के नेतृत्व में पत्रकारों ने मांगों सम्बन्धी ज्ञापन दिया, साथ ही चेतावनी दी कि यदि पत्रकार उत्पीडऩ नहीं थमा तो आरपार की लड़ाई होगी। ज्ञापन देने के बाद आक्रोशित पत्रकारों ने बिजनोर व मिर्जापुर प्रशासन का पुतला फूंका। धरने को वरिष्ठ पत्रकार हरिकृष्ण चतुर्वेदी, रामकुमार साहू, रामगोपाल शर्मा, कमलेश बिहारी पाण्डेय, पवन झा, शीतल तिवारी, प्रवीण जैन, चन्द्रकांत यादव, दीपक चंदेल, रवि शर्मा, नवल किशोर शर्मा, दीपचंद चौबे, सूरज यादव, मनोज तिवारी, राजेश चौरसिया, पवन जैन, सुल्तान आब्दी, नाजमा आब्दी, विनोद पण्डा, हनीफ खान, शमीम राईन, तौशीफ कुरैशी, नीरज साहू, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डा बीबी गौर, गुर्जर महेन्द्र नागर, अभिन्दन कुमार जैन, धीरेन्द्र रायकवार, अवध बिहारी, आराधना नामदेव के अलावा पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, कांग्रेसी नेता सुनील तिवारी, बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय, प्रजाशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज रावत, बुमुमो के लियाकत अली, गुलाम गौस खां यूथ बिग्रेड के प्रदेश अध्यक्ष रिजवान राईन, आसरा ग्रुप की पूजा शर्मा, अमन मानव समाज सेवी संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष रिजवाना गौरी, संतराम पेन्टर आदि ने संम्बोधित किया। प्रदर्शन में सैंकड़ों पत्रकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।