- आयुष्मान योजना में अब तक ३२२१ मरीजों का उपचार
झांसी। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील प्रकाश ने बताया कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना समाज के गरीब व कमजोर वर्ग केलोगों के लिए महत्वपूर्ण है। इस समय जनपद की चिकित्सा इकाईयों पर गोल्डन कार्ड बनाने हेतु शिविर लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही जन सुविधा केन्द्रों के माध्यम से ही लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बन रहे हैं। लाभार्थी परिवार के प्रत्येक सदस्य का कार्ड बननाना जरूरी है।
सीएमओ ने जनपद में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत लाभार्थियों को चिकित्सीय सुविधा देने के लिए सरकारी तथा प्राइवेट अस्पतालों को इम्पैनल्ड किया गया है। इसके तहत कुल २४ चिकित्सीय इकाईयों को इम्पैनल्ड किया जा चुका है। जिसमें ११ सरकारी चिकित्सालय शामिल हैं। जनपद में ३४३९ मरीजों को रजिस्टर्ड किया गया जिनमें ३२२१ मरीजों का उपचार हो चुका है तथान १६२५ क्लेम्स का भुगतान हो चुका है। ३ सितम्बर से आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनाने हेतु कैम्पों का आयोजन किया जा रहा है जिसमें अभी तक ७५८२ गोडल्डन कार्ड बनाए गए हैं। इस तरह अब तक कुल ७१५१५ गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। गोल्डन कार्ड उन्हीं के बन रहे हैं जो पात्रता की सूची में हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत चयनित ८८२ लाभार्थियों को कार्ड वितरित कर दिए गए हैं।
प्राइवेट अस्पतालों में मरीज से पैसा लिए जाने के सवालों पर सीएमओ ने बताया कि यह भ्रम के कारण बनी स्थिति है। दरअसल, नियमानुसार मरीज से प्रारम्भिक जांचों के परीक्षण हेतु पैसा लिया जाता है। रोग के प्रमाणित होने के बाद उपचार की स्थिति में पैसा नहीं लिया जाता है। इस भ्रम को दूर करने के लिए सम्बन्धित चिकित्सालयों पर सम्बन्धित दिशा-निर्देश लिखे बैनर लगाए जाएंगे ताकि लोगों को वास्तविकता समझ में आ सके। इस दौरान योजना के नोडल अधिकारी डा. महेन्द्र कुमार ने विस्तार से योजना की जानकारी देते हुए बताया कि आयुष्मान योजना के तहत लाभार्थियों व उनके परिवार के लिए पांच लाख तक का इलाज मुफ्त किया जाता है। यह योजना गरीबों के लिए लाभदायक है और गरीब तबके का एक बड़ा भाग इस योजना का लाभ ले रहा है। उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष में 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वास्थ्य विभाग इस योजना के संबंध में पखवाड़ा भी मना रहा है, जिसके तहत अधिक से अधिक इस योजना का प्रचार-प्रसार किया जाएगा और इस योजना से संबंधित जो भी लोगों में भ्रांतियां हैं उन्हें दूर किया जाएगा।











