पुष्पेन्द्र की हत्या हुई, न्याय दिला कर रहेंगे : अखिलेश
झांसी। पुष्पेन्द्र यादव के कथित एनकाउण्टर के बाद से जनपद के थाना एरच क्षेत्र का ग्राम करगुवां में राजनैतिक व मीडिया कर्मियों की हलचल बढ़ गयी है। आज ग्राम करगुवां खुर्द पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृतक पुष्पेन्द्र यादव के परिवार से मुलाकात की और हर सम्भव मदद के अलावा न्याय मिलने तक साथ देने का वादा किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पूरी समाजवादी पार्टी पीडि़त परिवार के साथ खड़ी है।
दरअसल, लखनऊ से चलकर थाना एरच के ग्राम करगुवा जाते समय समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का रास्ते में जगह-जगह स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ पड़ी, किन्तु वह कहीं नहीं रुक कर सीधे ग्राम करगुवां पहुंचे। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष के इंतजार में खड़ी हजारों लोगों की भीड़ ने जम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। अखिलेश ने पीडि़त परिजनों से मिले और कहा कि सच सामने आकर रहेगा। पुष्पेन्द्र यादव की हत्या हुई है, जिसका वह न्याय दिला कर रहेंगे। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर तंज कसने में कसर नहीं छोड़ी। अखिलेश ने कहा कि पुष्पेन्द्र यादव मामले की जांच हाई कोर्ट के जज द्वारा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नीचे जा रही है, भ्रष्टाचार के बारे में तो कुछ सोच ही नहीं सकते। उन्होंने मीडिया लोकतंत्र का स्तंभ है, पत्रकार द्वारा नमक-रोटी की खबर दिखाने पर उसके खिलाफ मुकदमा लिख दिया गया। सपा हर पीडि़त के साथ खड़ी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार के ढाई साल पूरे हो चुके हैं अब उल्टी गिनती शुरू हो गई है, वक्त आने पर सरकार को जनता जवाब देगी। बीजेपी वोट के लिए हिंदू रीति रिवाज की बात करती है। जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री पर मुकदमे हों, उपमुख्यमंत्री पर मुकदमे हों, उन मुकदमों को इस सरकार ने वापस लिया है। शाहजहांपुर के एक स्वामी जी तेल लगवा रहे थे बताओ जब उस बेटी ने आवाज उठाई तो उसको जेल में डाल दिया गया, उसको क्या न्याय मिला। इस दौरान उनके साथ राज्य सभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव, समथर-गरौठा पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव, जिलाध्यक्ष छत्रपाल सिंह यादव आदि उपस्थित रहे। अखिलेश यादव गुरुवार को झांसी में होटल वीरांगना में पत्रकारों से वार्ता कर इस प्रकरण को लेकर खुल कर बात करेंगे। सम्भावना है कि वह झांसी से प्रदेश सरकार के खिलाफ संघर्ष का विगुल फूंक सकते हैं।