• रेल कर्मियों की सूझबूझ से बची जान, सभी ने सराहा
    झांसी। उमरे के झांसी-मुम्बई रेल लाइन पर मालगाड़ी के चालक की सतर्कता से इंजन से कटने से एक युवक की जान बच गयी। रेल कर्मियों की सूझबूझ से चक्के के निकट फंसी युवक की गर्दन को बमुश्किल निकाला गया। युवक को उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया। यह पहला मौका है जब चक्के के निकट फंसी गर्दन को बिना किसी चोट के निकाल लिया गया।
    दरअसल, आज ई/बाक्स झांसी से बीना की तरफ जा रही थी। गाड़ी का इंजन सायं लगभग चार बजे जब डीजल लोको शेड क्रासिंग से आगे मजार के निकट था तभी अचानक एक युवक तेजी से निकला और पहिए के नीचे घुस गया। यह देख कर चालक ने ब्रेक लगा दिए जिसके कारण इंजन थम गया। यह घटना जिस समय हुई तब गाड़ी रेग रही थी। गाड़ी के रुकने के बाद चालक हृदय कुमार ने देखा तो हतप्रभ रह गया। युवक की गर्दन चक्के के पास पाइप के नीचे फंसी थी। सूचना मिलने पर आनन-फानन में आरपीएफ व जीआरपी स्टाफ को लेकर टीआई झांसी आरके शर्मा के साथ एलआई आरके श्रीवास्तव आदि मौके पर पहुंच गए। रेल कर्मियों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बमुश्किल से बिना चोट लगे इंजन के पाइप के नीचे फंसी गर्दन को बाहर निकाला। इस कवायद में लगभग आधा घण्टा लग गया।
    पहिए के पाइप के नीचे से गर्दन सहित युवक के सकुशल बाहर निकलने पर सभी ने राहत की सांस ली और वहां मौजूद तमाशीबीन रेल कर्मियों की सूझबूझ की सराहना करते रहे। पूछताछ में युवक ने अपना नाम प्रताप सिंह बुन्देला बताया, इसके अलावा वह कुछ नहीं बता सका। युवक की हालत को देख कर लग रहा था कि वह बीमार है और इसी के चलते आत्महत्या के इरादे से इंजन के नीचे घुसा था, किन्तु अभी उसकी मौत नहीं लिखी थी इसके कारण संयोग से बचा लिया गया। रेल कर्मियों ने युवक को एम्बुलेंस की मदद से उपचार के लिए अस्पतला पहुंचाया।