• प्रमाणपत्रों का हुआ वितरण
    झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय तथा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के संयुक्त तत्वाधान में विवि परिसर में आयोजित तीन दिवसीय विक्रम साराभाई अंतरिक्ष प्रदर्शनी के प्रमाणपत्रों का वितरण गांधी सभागार में कुलपति प्रो. वैषम्पायन के द्वारा करते हुए कहा कि विज्ञान सिद्धान्त की अपेक्षा प्रयोगात्मक एवं प्रदर्शन का ज्ञान है। अन्तरिक्ष से सम्बन्धित ज्ञान के लिए इसरो द्वारा आयोजित प्रदर्शनी से बेहतर कुछ भी नही हो सकता है। प्रो. वैषम्पायन ने कहा कि इस तरह के आयोजनों का महत्व रेखांकित करते हुए बताया कि इससे छात्रों कीे उस विषय के प्रति जागरूकता उत्पन्न होती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस आयोजन से इस विश्वविद्यालय एवं क्षेत्र के विद्यार्थी लाभान्वित हुए होंगे तथा अंतरिक्ष विज्ञान के अध्ययन के प्रति जागरूक होंगे।
    कुलपति ने प्रदर्शनी में कार्य कर रहे शिक्षकों, छात्र स्वयं सेवकों तथा एन.सी.सी. कैडेटस के सहयोग की सराहना की व आयोजकों को बधाई देते हुए कहा की यद्यपि प्रदर्शनी के लिए कंटेंट एवं विषय वस्तु इसरो द्वारा उपलब्ध करवाई गई थी परंतु विश्वविद्यालय के शिक्षकों तथा छात्रों के कुशल प्रबंधन के कारण यह प्रदर्शनी अत्यंत सफल रही। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार का कोई भी कार्य विश्वविद्यालय के शिक्षकों की सहायता से सफल ही रहेगा। कुलपति ने विवि के यांत्रिकी विभाग के सहायक आचार्य डॉ राहुल शुक्ला तथा उनकी टीम के सदस्यों की सराहना की, जिन्होंने उक्त प्रदर्शनी के दौरान 24 घंटे के अंदर उपग्रह का कार्यकारी मॉडल बना दिया था जिसे काफी सराहना मिली। उन्होंने बताया कि विवि प्रबंधन द्वारा एक मॉडल इसरो के अधिकारियों को उपलब्ध करवाया गया है जबकि दो अन्य मॉडल बनाकर उन्हें भेजे जाने हैं। इस अवसर पर पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान के निदेशक प्रो. सुनील काबिया ने प्रदर्शनी के आयोजकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि टीम प्रबंधन बहुत ही उत्तम दर्जे का रहा तथा किसी भी स्तर पर कोई अव्यवस्था नहीं हो पाई। संकायाध्यक्ष विज्ञान संकाय प्रो एमएम सिंह ने इस आयोजन को बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण व शिक्षाप्रद बताया। प्रो.सिंह ने कहा कि इसरो के द्वारा लगाई इस प्रदर्शनी से निश्चित ही क्षेत्र के विद्यार्थी प्रेरिेत हुए होंगे तथा भविष्य में इस क्षेत्र में अध्ययन तथा शोधकर देश का नाम रोशन करेंगे। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. देवेश निगम ने भी प्रदर्शनी के आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय के साथ-साथ प्रतिभागी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने में सफल रही है।
    प्रारम्भ में प्रदर्शनी के संयोजक ऑफिसर ऋषि कुमार सक्सेना ने अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए प्रदर्शनी के सफल आयोजन हेतु सभी के सहयोग की सराहना की। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लगभग 15,000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि इसरो के अधिकारियों को भी इतने व्यापक रूप से प्रदर्शनी की सफलता की आशा नहीं थी। इस अवसर पर संकायाध्यक्ष कला संकाय प्रो.सी.बी. सिंह, डा. पीयूष भारद्वाज, डा. आर.डी. कुदेशिया, इं राहुल शुक्ला, डा. सन्दीप आर्य, डा. राजेेश कुमार पाण्डेय, डा. मानवेन्द्र सिंह सेंगर, डा. संजय कुमार, डा. शुभंागी निगम, डा. सुमिरन श्रीवास्तव, डा. दिलीप कुमार सहित विभिन्न महाविद्यालयों तथा विद्यालयों के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।