• मुरैना पुलिस ने गाड़ी सहित दबोचा एक बदमाश, फरार पर दस हजार का ईनाम
    झांसी/ओरछा (संवादसूत्र)। बुन्देलखण्ड की ऐतिहासिक व धार्मिक नगरी ओरछा के श्रीरामराजा मन्दिर चौराहा के समीप से रविवार की रात चालक की हत्या कर गाड़ी के लुटेरे दो बदमाश थे और हरयाणा से ओरछा वारदात को अंजाम देकर भाग रहे थे, किन्तु सतर्क ओरछा पुलिस ने मुरैना पुलिस की मदद से भाग रहे एक बदमाश को लूटी हुई गाड़ी सहित पकड़ लिया जबकि उसका साथी भगने में सफल रहा। फरार बदमाश पर एमपी पुलिस ने १० हजार का ईनाम घोषित किया।
    दरअसल, ख्याति प्राप्त चिकित्सक डीएन मिश्रा के भाई विद्यावती कॉलेज ऑफ फार्मेसी के प्रधानाचार्य झांसी मेडिकल कालेज गेट नम्बर तीन निवासी विद्यानिधि मिश्र पुत्र स्व.दयानिधि मिश्र अपनी गाड़ी में सवार होकर चालक इन्द्रमणि तिवारी उर्फ खिलाड़ी के साथ रविवार (१२ जनवरी) की सायं ओरछा रामराजा मन्दिर के दर्शन करने गये थे। रात लगभग ९ बजे श्रीराम राजा मन्दिर चौराहा के पास चालक इन्द्रमणि की चाकू से गला रेतकर हत्या करते हुए बदमाश कार लूटकर भाग गये। घटना के तुरन्त बाद जब विद्या निधि मिश्र ने अपनी गाड़ी को अंधाधुंध भागते व चालक से सम्पर्क नहीं होते देखा तो घबरा गए और मौके पर पहुंचे तो चालक का शव रक्त रंजित हालत में मिला। उनकी सूचना पर पुलिस हरकत में आई और गाड़ी सहित बदमाशोंं की तलाश के प्रयास शुरू कर दिए। इस दौरान लोकेशन मिलने के बाद ओरछा पुलिस ने मुरैना पुलिस की मदद से एक बदमाश को गिरफ्तार करते हुए कार को बरामद कर लिया। जबकि साथी बदमाश भागने में सफल हो गया।
    मप्र पुलिस की पूछताछ में बदमाश ने अपना नाम मोहित सिंह जाट पुत्र रामवीर सिंह जाट निवासी चरखी, दादरी हरियाणा बताया, साथ ही फरार साथी का नाम जतिन उर्फ जीतेन्द्र उर्फ भांजा पुत्र जगदीश सिंह निवासी विसहान झज्जर हरियाणा बताया। पुलिस ने बदमाश के पास से देशी कट्टा बरामद किया। मोहित का कहना है कि उसने चालक से गाड़ी की चाबी मांगी, किन्तु उसने चाबी नहीं दी और झगड़े पर उतर आया इसलिए उसकी हत्या कर गाड़ी लूट कर भाग निकले। पुलिस अधीक्षक निवाड़ी मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने फरार बदमाश जतिन पर १० हजार का ईनाम घोषित कर दिया।
    फास्टैग से मिली सफलता
    दरअसल, जिस गाड़ी को लूट कर बदमाश भागे थे उसमें लगे फास्टैग पुलिस का काम तो आसान किया ही साथ ही बदमाशों के लिए समस्या बन गया। सूत्रों की मानें तो यह अपने आप में पहली ऐसी घटना है जिसमें फास्टैग पुलिस के लिए मददगार बना। बताया गया है कि जैसे ही फास्टैग लगी यह गाड़ी टोल बैरियर से निकली उसके मालिक के अकाउण्ट से वांछित धनराशि कट गयी और उसकी सूचना मालिक के मोबाइल फोन पर पहुंच गयी। जैसे ही पीडि़त के मोबाइल फोन पर इसकी सूचना आयी उसने ओरछा पुलिस को जानकारी दे दी। ओरछा पुलिस ने तत्काल गाड़ी के लुकेशन के आधार पर मुरैना पुलिस को सतर्क कर आरोपियों को दबोच लिया।