• प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी ने किया चालक लॉबी का निरीक्षण
    झांसी। प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी उमरे इलाहाबाद पीडी मिश्रा द्वारा आज चालक व परिचालक लॉबी निरीक्षण किया गया। उन्होंने मुख्य लोको निरीक्षक, शताब्दी/राजधानी चालक, मेल चालक, मालगाड़ी चालक एवं सहायक चालकों को स्पाड होने के कारणों व उनसे बचाव के विषय में चर्चा की। इसके बाद गाडिय़ों के ब्रेक फील टेस्ट की उपयोगिता के संदर्भ में मुख्य लोको निरीक्षक, लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट के विचार जाने गये। लगभग सभी लोको निरीक्षकों एवं चालकों ने बताया कि ब्रेक फील टेस्ट आवश्यक है इससे चालकों को ब्रेक की सही स्थिति की जानकारी मिलती है तथा ड्राइवर को गाड़ी चलाने में आत्मविश्वास रहता है। इसके बाद उनको प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी द्वारा ब्रेक पावर टेस्ट को सही प्रकार से की जाने की सलाह दी गयी। इस दौरान लगभग 32 कर्मचारियों की उपस्थिति रही।
    उन्होंने कोहरे के दौरान मुख्य लोको निरीक्षकों को लॉबी पर चालकों एवं सहायक चालकों को गाड़ी कार्य के लिए उचित काउंसलिंग करने हेतु निर्देशित किया। कोहरे के दौरान चालकों एवं सहायक चालकों को अत्याधिक सतर्क रहने एवं अपनी गति को कोहरे के अनुसार नियंत्रित रखने की सलाह दी गयी। यह भी काउंसिल किया गया कि कोहरे के दौरान फॉॅग सेफ उपकरण होने पर भी गाड़ी की गति को कोहरे के अनुसार नियंत्रित किया जाना चाहिए और किसी भी अवरोध के पहले गाड़ी को खड़ी करने के लिए तैयार रहना चाहिए। रनिंग रूम में चालकों को पूर्णरूप से विश्राम करना चाहिए, विश्राम के दौरान अपना व्यक्तिगत एवं सीयूजी मोबाइल को बंद करके रखना चाहिए। चालकों परिचालकों द्वारा खराब वॉकी-टॉकी की शिकायत किये जाने पर प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी द्वारा इसकी जांच कराये जाने के आदेश भी दिये गये और शताब्दी एवं राजधानी चालकों के पेयरिंग को अधिक घण्टेे तक कार्य कराने सेे बचाने के संदर्भ में भी निर्देश दिये गये। काउंसलिंग के दौरान वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी विपिन कुमार सिंह, मंडल विद्युत अभियंता योगेश सिंह, सहायक मंडल विद्युत अभियंता/परिचालन, मुख्य लोको निरीक्षक, संरक्षा सलाहकार एवं मेल चालक, मालगाड़ी चालक एवं सहायक चालक आदि उपस्थित रहे।