• मेडिकल कालेज के सामने चल रहा था अवैध कारोबार
    झांसी। जनपद झांसी का स्वास्थ्य महकमा सोता रहा और सीमावर्ती मध्य प्रदेश के ग्वालियर की प्रशासनिक टीम ने पता लगा लिया कि झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के सामने संचालित कतिपय अल्ट्रासाउंड सेंटर में अवैध रूप से भ्रूण की जांच की जा रही है। ग्वालियर की नायब तहसीलदार ने स्वयं गर्भवती बन कर जब मेडिकल कालेज के गेट नम्बर दो के सामने जय माता दी हेल्थ केयर सेण्टर पर चेकिंग करायी तो अवैध रूप से भ्रूण जांच के गोरखधन्धे का पर्दाफाश हो गया।
    गौरतलब है कि सरकार द्वारा भ्रूण जांच पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा रखा है। इसके बावजूद झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज के सामने नर्सिंगहोम की मण्डी में कतिपय सेण्टर्स में अल्ट्रासाउण्ड मशीनों पर अवैध रूप से भ्रूण जांच की जा रही है, किन्तु इसकी जानकारी स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के कतिपय सम्बन्धित अफसरों/कर्मचारियों को नहीं है! नतीजतन भ्रूण जांच का खेल धड़ल्ले से जारी है। मध्य प्रदेश से भ्रूण जांच कराने के लिए झांसी में इन सेण्टर्स पर महिलाओं को लाये जाने की शिकायतें ग्वालियर के प्रशासनिक अमले को मिल रही थीं। सूत्रों की मानें तो इस अवैध कारोबार की जांच के लिए ग्वालियर प्रशासन ने झांसी प्रशासन से संपर्क साधा। ग्वालियर की नायब तहसीलदार वंदना यादव, डिप्टी कलेक्टर दीप शिखा अपनी प्रशासनिक टीम के साथ झांसी पहुंचीं और यहां एसीएम वान्या सिंह व पुलिस बल के साथ मेडिकल कालेज के गेट नम्बर दो के सामने पहुंच गयीं। योजना के अनुसार टीम एक स्थान पर रुक गयी जबकि नायब तहसीलदार वंदना यादव ने साधारण महिला के रूप में स्वयं को गर्भवती बता कर मेडिकल कालेज गेट नम्बर दो के सामने जय माता दी हैल्थ केयर सेन्टर नामक पैथोलॉजी की सहायका से सम्पर्क साधा। उन्होंने पैथोलॉजी संचालक से बात की कि वह गर्भवति है, उन्हें भू्रण की जांच करानी है, अगर उसके गर्भ में कन्या है तो उसे अपना गर्भ गिराना है। इस पर संचालक ने ऐसा करने के लिए तैयार हो गया और बतौर जांच कर भ्रूण हत्या करने के लिए १० हजार रुपया जमा करा लिये। इसके बाद संचालक नायब तहसीलदार को अन्दर ले गया तो पैथोलॉजी की दीवार तोड़कर अल्ट्रासाउण्ड मशीन लगाई गई थी। यह देख नायब तहसीलदार ने अपने मोबाइल से फोटो क्लीक की और बाहर खड़ी टीम को भेजी। अन्दर से नायब तहसीलदार द्वारा सूचना देते ही ग्वालियर व झांसी की टीम ने पुलिस बल के साथ पैथोलॉजी में छापा मारा। छापामार कार्यवाही देख आसपास के पैथोलॉजी लैब व अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरों पर हड़कम्प मच गया। अधिकारियों ने पैथोलॉजी में जांच शुरू की। ग्वालियरकी डिप्टी कलैक्ट्रेट दीपशिखा ने इस कार्यवाही के सम्बन्ध में बताया कि उन्हें शिकायत मिल रही थी कि ग्वालियर संभाग से लोग झांसी की उक्त पैथोलॉजी में गर्भवति महिलाओं को लेकर आ रहे है तथा उक्त पैथोलॉजी पर भू्रण के लिंग की जांच कर कन्या भू्रण की हत्या करवा रहे है। इन शिकायतों के बाद उन्होंने झांसी आकर अधिकारी से सम्पर्क किया। इसके बाद यह कार्यवाही की। छापे से सनसनी फैल गयी और आसपास के सेण्टर संचालक ताला लगा कर रफूचक्कर हो गए। छापे के बाद मशीन को सील कर दिया गया और दलाल, जांचकर्ता आदि को हिरासत में लेकर पूछताछ व जांच की जा रही है। देखना है कि इस प्रकरण में लापरवाही बरतने वालों पर क्या कार्यवाही होती है।