• खण्ड के दोहरीकरण का सीआरएस निरीक्षण रहा सफल
    झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी-कानपुर रेल लाइन पर सरसोकी-आटा-ऊसरगांव खण्ड (17.585 किमी) के दोहरीकरण कार्य का रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) निरीक्षण सफल रहा। सीआरएस की हरी झण्डी के बाद उक्त खण्ड पर गाडिय़ों का संचालन शुरू कर दिया गया है। सर्वप्रथम सीआरएस स्पेशल गाड़ी निकली गयी। उसके पश्चात एक्सप्रेस तथा अन्य गाडिय़ों का संचालन विधिवत रूप से प्रारंभ हो गया है।
    पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मोहम्मद लतीफ खान द्वारा आज लाव-लश्कर के साथ सरसोकी-आटा-ऊसरगांव खण्ड (17.585 किमी) के दोहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण प्रात: 09.50 से शाम 5 बजे तक चला। इस दौरान रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा खण्ड में समपार फाटक संख्या 194 से उरई के मध्य स्पीड ट्रायल भी किया गया। उक्त निरीक्षण में विभिन्न प्रकार के ट्रायल किये गये जैसे-मोटर ट्राली, स्पीड ट्रायल, पैदल निरीक्षण, स्टेशन का निरीक्षण आदि किये गए। सीआरएस द्वारा निरीक्षण में कुछ कमियों को दुरुस्त करने के साथ ही उक्त खण्ड पर गाड़ी चलाने को हरी झण्डी दे दी है। जन सम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि उक्त खण्ड पर गाडिय़ों का संचालन शुरू कर दिया गया है। सर्वप्रथम सीआरएस स्पेशल गाड़ी निकली गयी। उसके पश्चात एक्सप्रेस तथा अन्य गाडिय़ों का संचालन विधिवत रूप से प्रारंभ हो गया है।
    ज्ञात रहे की झांसी से भीमसेन 206 किमी खंड का दोहरीकरण रेल विकास निगम लिमिटिड द्वारा किया जा रहा है। इससे पूर्व झांसी से पारीछा, पारीछा से नंदखास तथा परौना से भुआ तक के रेल खंड का कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है। निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर, रेल विकास निगम लिमिटिड के अधिकारीगण, मंडल के अधिकारी, पर्यवेक्षक तथा कर्मचारीगण उपस्थित रहे।