• निजीकरण, निगमीकरण व उत्पीडऩ के विरोध में जुलूस निकाल किया प्रदर्शन
    झांसी। रेल के निजीकरण, निगमीकरण एवं कर्मचारियों के उत्पीडऩ के विरोध में आज एनसीआरएमयू के मंडल सचिव आरएन यादव के नेतृत्व में आक्रोशित रेल कर्मियों का विशाल जुलूस यूनियन के मंडल कार्यालय से मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय तक निकाला गया। जुलूस में रेल कर्मचारी निजीकरण, निगमीकरण बंद करो, एनपीएस रद्द करो, कर्मचारियों का उत्पीडऩ बंद करो इत्यादि नारे लगाते हुए चल रहे थे।
    मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर पहुंच कर जुलूस सभा के रूप में परिवर्तित हो गया। सभा को संबोधित करते हुए आरएन यादव ने कहा कि यह सरकार जिस प्रकार अंधाधुंध तरीके से रेल का निजीकरण कर रही है उसके परिणाम स्वरूप रेल पूरी तरह बिकने की कगार पर आ गई है, जिस प्रकार बीएसएनएल बेचा, एयर इंडिया बेचा अब एलआईसी के ग्राहक तलाशे जा रहे हैं। इससे लगता है कि अगला नंबर रेल का ही आने वाला है। इसके लिये कर्मचारियों की संख्या कम करने के बहाने तलाशे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रेल प्रशासन तानाशाही पर उतर आया है और झूठे आरोप लगाकर 14(2) का दुरुपयोग करते हुए कर्मचारियों को सीधे बर्खास्त किया जा रहा है। कर्मचारी को अपनी सफाई का मौका भी नहीं दिया गया, ये तो जुल्म की इंतेहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का उत्पीडऩ अब और बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कर्मचारियों का आवाह्न करते हुए मंडल सचिव ने कहा कि रेल बचेगी तो नौकरी बचेगी अत: रेल बचाने के संघर्ष में जो भी त्याग करना पड़े, जितने भी बलिदान देना पड़ें तैयार रहें। जुलूस में मण्डल अध्यक्ष एचएस चौहान, आरएन उपाध्याय, पवन झारखडिय़ा, अशोक त्रिपाठी, नीरज उपाध्याय, शकील कुरैशी, राम नरेश यादव, बीके यादव, पीके स्याल, आईलिन लाल, विष्णु कुमार, भावेश सिंह, सुनील पाल, एमपी द्विवेदी, मनोज सिंह बघेल, डीके खरे, अमर सिंह यादव, अजय शर्मा, जगतपाल सिंह यादव, आरके मिश्रा, आरएस यादव, एसके सिंह, बृजमोहन, जयसिंह सचान, अमर सिंह सहित सभी शाखाओं के सचिव, अध्यक्ष, कार्यकर्ता आदि सैकड़ों की तादाद में कर्मचारी उपस्थित थे।