झांसी मंडल द्वारा रेलवे रनिंग स्टाफ व प्रशिक्षुओं को आनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गौरतलब है कि
रेलवे द्वारा नए नियमों एवं तकनीकी विकास से अवगत कराने तथा कर्मचारियों की कार्यकुशलता बढ़ाने के उद्देश्य से समय समय पर कई प्रकार के रिफ्रेशर कोर्सेज का आयोजन किया जाता है । वर्तमान समय मे कोविड-19 के कारण चल रहे लोकडाउन को देखते हुए रेलवे द्वारा सभी प्रशिक्षण केंद्रों को बंद किया गया है जिस कारण वहाँ किसी प्रकार का कोई कोर्स शुरू करना सम्भव नही है । गाड़ियों के सुरक्षित संचालन में इन पाठ्यक्रमो के महत्व को ध्यान में रखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने एक नई पहल कर लॉकडाउन खुलने की प्रतीक्षा करने के बजाए टेक्नोलॉजी का सहारा लिया है, जिससे कर्मचारी अपने घर पर ही रहकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुये आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त कर सके । इसी क्रम में डीजल प्रशिक्षण केन्द्र, झाँसी के अनुदेशकों द्वारा उत्तर मध्य रेलवे की सभी 11 लॉबियों पर कार्यरत लोको पायलट व सहायक लोको पायलट के लिये 16 व 17 अप्रेल से ऑनलाइन रिफ्रेशर कोर्स प्रारम्भ किया गया है । इस रिफ्रेशर कोर्स में आगरा मण्डल के 10 लोको पायलट व 07सहायक लोको पायलट, प्रयागराज मण्डल के 37 सहायक लोको पायलट व झाँसी मण्डल के 31 सहायक लोको पायलट सहित कुल 85 रनिंग स्टाफ के कर्मचारियों को रेलवे बोर्ड के निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप ऑनलाइन प्रशिक्षण दिलाने का कार्य सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इसके अलावा झाँसी मंडल में सी & डब्ल्यू विभाग द्वारा भी नए भर्ती हुए टेक्नीशियनो के प्रशिक्षण हेतु 18 अप्रैल से एक ऑनलाइन कोर्स शुरू कर दिया गया है । इन ऑनलाइन कोर्सेज को ज़ूम, वेबेक्स जैसी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्स के जरिये प्रशिक्षुओं तक पहुंचाया जा रहा है । प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न विषयो को प्रशिक्षिकों द्वारा गहनता के साथ पीपीटी, एनीमेशन एवं लेक्चर के द्वारा समझाया जा रहा है। इस दौरान लगाई गई ऑन लाईन कक्षाओं के संबंध में जब प्रशिक्षुओं से उनका फीडबैक लिया गया तो सबके द्वारा रेलवे की इस पहल को बहुत सराहा गया, उनके अनुसार टेक्नोलॉजी के इस प्रकार इस्तेमाल से घर पर ही रहकर प्रशिक्षण करना बिल्कुल सहज हो गया है एवं कोर्स के दौरान पढाये जा रहे विषयो को हम आसानी से आत्मसात कर पा रहे है । ऑनलाइन माध्यम से किये जा रहे इन प्रशिक्षण कोर्सेज की सहजता एवं प्रभावशीलता को देखते हुए प्रशिक्षुओं द्वारा भविष्य में भी इस तरह का प्रशिक्षण जारी रखने के लिये सुक्षाव दिए जा रहे है।