झांसी। उमरे के झांसी रेलवे स्टेशन की मानिकपुर साइडिंग के निकट शुक्रवार को दिन में 11.40 बजे शंटिंग के दौरान खाली सवारी गाड़ी के दो कोचों के अचानक पटरी से उतरने के मामले में ज्वाइंट रिपोर्ट में घटना का कारण कोच में खराबी उजागर हुआ है। इसके कारण सीएण्डडब्लू विभाग को जिम्मेदार ठहराया गया है। इस घटनाक्रम में शंटिंग में लापरवाही नहीं निकली। यार्ड में घटना होने के कारण दुर्घटना से यातायात बाधित नहीं हो सका। कड़ी मेहनत के बाद तीन घंटे में दोनों कोचों को पटरी पर रखा गया।
गौरतलब है कि शुक्रवार की दोपहर एक खाली सवारी गाड़ी के 15 खाली कोचों को यार्ड से इंजन नंबर 36268 से शंटिंग कर प्लेटफार्म एक पर लाया जा रहा था। प्लेटफार्म एक से इस गाड़ी को बांदा की तरफ ले जाना था। शंटिंग के दौरान मानिकपुर साइडिंग के पास 11.40 बजे कोच नंबर एनई 12549 व एनई 01421 पटरी से उतर गए थे। कोचों के पटरी से उतरने की जांच सम्बंधित विभागों की संयुक्त टीम द्वारा की गई। अधिकारियों की टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। जांच में पता चला कि कोचों के पटरी छोड़ने के पीछे शंटिंग में लापरवाही नहीं अपितु कोच में खराबी है। इस स्थिति के चलते कोचों के पटरी छोड़ने के पीछे सीएण्डडब्लू विभाग को जिम्मेदार ठहराया गया। जांच पड़ताल में पता चला कि कोचों की अगस्त 2020 में पीरिओडिक ओवर हालिंग (तय अवधि में मेंटेनेंस काम) होनी थी, लेकिन इसके पहले ही कोच मेंटेनेंस मांगने लगे थे। चूंकि, कोच पूर्व रेलवे के हैं, इसलिए उनकी कमियां पकड़ में नहीं आ सकीं। संबंधित रैक (कोच) श्रमिक एक्सप्रेस में लगकर झांसी आ गए थे।