सीनियर डीईई आफिस का सीनियर क्लर्क चपेट में, तीन दिन तक आफिस बंद, सेनेटाइज किया गया

झांसी। उमरे के झांसी रेल मंडल मुख्यालय में कोरोना वायरस धीमे धीमे पैर पसारने से कर्मचारियों के साथ साथ अफसरों में भी सनसनी है। हाल ही में आरपीएफ सीनियर कमांडेंट आफिस में तैनात इंस्पेक्टर के कोरोना वायरस पीड़ित मिलने की चर्चा थमी नहीं थी कि मंडल रेल अस्पताल में भर्ती मरीज के कोरोना संक्रमित पाए जाने से बढ़ी परेशानी से अभी उभरे भी नहीं थे कि डीआरएम आफिस के सीनियर डीईई आपरेटिंग कार्यालय के सीनियर क्लर्क के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर जहां संबंधित कार्यालयों को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया। इसके अलावा कार्यालयों को सेनेटाइज किया गया। इसके साथ ही पीड़ित सीनियर क्लर्क से सीधे या परोक्ष रूप से सम्पर्क में आए स्टाफ की सूची तैयार कर उन्हें होम क्वारंटीन करने की कवायद शुरू कर दी गई है। सर्वाधिक परेशान वह अफसर है जो पीड़ित के सीधे संपर्क में रहा।

दरअसल, सीनियर डीईई आफिस में तैनात एक सीनियर क्लर्क कुछ समय से बीमार चल रहा था और हाल ही में ड्यूटी पर लौटा था। इस सीनियर क्लर्क का रिटायरमेंट भी करीब ही है। बताया गया है कि इस क्लर्क को उसके अफसर ने स्टोर खाली कराने के काम में लगाया था। शनिवार को यह क्लर्क अपने पुत्र से मिलने चला गया। रविवार की सायं पता चला कि सीनियर क्लर्क कोरोना संक्रमित पाया गया है। इस खबर से सनसनी फ़ैल गई और सोमवार की सुबह से ही सीनियर डीईई टीआरओ के साथ ही सीनियर डीईई टीडी, सीनियर डीओएम आफिस को बंद कर दिया गया। इसके साथ ही इन कार्यालयों को सेनेटाइज करा दिया गया। इतना ही नहीं डीआरएम आफिस के मुख्य द्वार पर सख्त चैकिंग शुरू कर दी गई। इसके अलावा पीड़ित सीनियर क्लर्क के सीधे या परोक्ष रूप से सम्पर्क में आए स्टाफ की सूची तैयार कर उन्हें होम क्वारंटीन करने की सलाह दी गई है। इस हालत में सबसे ज्यादा परेशान सीनियर डीईई टीआरओ के एक अधिकारी हैं। यह अधिकारी पीड़ित क्लर्क से सीधे संपर्क में रहा था। फिलहाल इस मामले से डीआरएम आफिस के विविध विभागों, कंट्रोल रूम, परिचालन विभाग आदि में सन्नाटा छाया हुआ है।