मुख्य टिकट निरीक्षक झांसी की चैकिंग में महिला के पर्स चोरी से पकड़ा गया 

झांसी/ग्वालियर। 12804 स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में यात्रियों का माल चोरी करने वाले सीनियर लोको पायलट टुण्डला को मुख्य टिकिट निरीक्षक (डिटेल) बीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी उत्तर मध्य रेल्वे ने पकड़ लिया। आरोपी को महिला यात्री के पर्स सहित कई यात्रियों के चोरी के माल सहित ग्वालियर जीआरपी को सौंप दिया गया है। इसकी सूचना वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक बीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी उत्तर मध्य रेल्वे को भी दी गई है।

दरअसल, 25 फरवरी को 12804 स्वर्ण जंयती एक्सप्रेस (HZM To VSKP) जब ए 1 कोच में सीट नंबर 49, 50, 52, 46 पर यात्री NZM से यात्रा कर रहे थे। लगभग 53 वर्षीय महिला विजय लक्ष्मी बर्थ नं. 49 पर सो रही थी। इस महिला से सुबह 5-45 समय पर मुख्य टिकिट निरीक्षक (डिटेल) बीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी उत्तर मध्य रेल्वे रमेश कुमार ने टिकिट चैक करने के लिये टिकिट की मांग की तब महिला यात्री ने अपने पर्स को तलाशा, किंतु पर्स के नहीं मिलने पर वह घबड़ा कर बोली मेरा पर्स कहां गया है। उसी पर्स में मेरा टिकिट व रुपये-पैसे रखे थे। यह कहते हुए वह जोर जोर से रोने लगी।

इस पर साथ के एक पुरुष यात्री योगेश पटेल निवासी अमरावती ने उनको संभाला, तब मुख्य टिकट निरीक्षक ने कहा कि आप कोच के टोयलेट चैक कर लो शायद आपका पर्स वहां पर मिल जाये। इस पर वह यात्री टोयलेट चैक करने चला गया था। इसके बाद मुख्य टिकट निरीक्षक दूसरे कोचों के यात्रियों के टिकिट चैक करने चला गया। करीब एक घंटे के बाद वह यात्री आया और मुख्य टिकट निरीक्षक से कहा कि एक यात्री ए 1 कोच में खड़ा है। उसके पास चोरी गया लेडिज पर्स है, आप चलकर चैक कर लें। इस पर मुख्य टिकट निरीक्षक पुनः उस यात्री के साथ ए 1 कोच में गया। इसी समय एक यात्री अपना पिट्ठू बैग बड़ा साईज का काले रंग का अपनी पीठ पर टांगे हुए गेट के पास खड़े हो कर मथुरा स्टेशन पर उतरने की तैयारी में था। गेट के पास बेड रोल कपड़े की पोटली रखी हुई थी और उसी के ऊपर एक लेडिज पर्स आसमानी रंग का रखा हुआ था। जब यात्री से पूछा कि यह- लेडीज पर्स आपका है। तब वह यात्री बोला ही यह लेडिज पर्स मेरा है।

इसके बाद महिला यात्री ने चोरी गये अपने पर्स को पहचान लिया। यह देख कर जब गेट पर खड़े उस यात्री के सामान की तलाशी अन्य यात्रियों की मदद से ली गई तो ट्रेन के कई यात्रियों का चोरी का माल मिला। पूछताछ करने पर उसने स्वयं को सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट टुण्डला और अपना नाम बनी सिंह मीना हाल निवासी टूण्डला व मूल निवासी कोटा राजस्थान बताया। इसकी पुष्टि उसके पास मिले आधार कार्ड व रेलवे चिकित्सा कार्ड से हो गई। उसने स्वीकार किया कि वह काफी समय से चलती ट्रेन में रात्रि में यात्रियों का माल चोरी कर रहा है।

मुख्य टिकट निरीक्षक द्वारा इस आरोपी को जब मथुरा में GRP, RPF को सौंपने का प्रयास किया तो उन्होंने लेने से मना कर दिया। इसके बाद वाणिज्य कन्टोल झांसी ने कहा कि ग्वालियर स्टेशन पर GRP RPF, HDTC आ जायेंगे, आप मेमो बनाकर तैयार कर लो और मेमो देकर उस चोर यात्री को GRP पुलिस को सौंप देना तथा मेमो पर रिसीविंग जरूर करा लेना। इसके बाद मुख्य टिकट निरीक्षक ने आरोपी को चोरी के माल सहित ग्वालियर स्टेशन पर GRP को सौंप कर मेमो दिया।