एक्टू सहित केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन का समर्थन
झांसी। इण्डियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कॉमरेड मनोज पाण्डेय एवं महामन्त्री कॉमरेड सर्वजीत सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि भारत सरकार के रेल मंत्रालय द्वारा निजी रेल गाड़ियां चलाने के निर्णय का हम पूरी ताकत के साथ विरोध करेंगे,आज कोरोना संकट के समय जब रेलवे के कर्मचारी अपने प्राण की परवाह किए बिना रात दिन रेल यात्रियों को देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुचाते रहे है, लॉकडाउन के दौरे में खाद्यान्न पहुचाते रहे हैं आज सरकार को चाहिए कि उन्हें कोरेना वरियर्स घोषित करते हुए उन्हें अप्रेंटिस,ठेका, संविदा कर्मचारियों को स्थाई करे, स्थाई कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम योजना खत्म करते हुए उन्हें पुरानी पेंशन योजना में शामिल करते हुए उनके रिटायमेंट के बाद का जीवन भी खुशहाली से भर देना चाहिए था लेकिन हमारी सरकार पूजीपतियों से गठजोड़ करके कोल,रेल,भेल,सेल,बीएसएनएल, डिफेंस,बैंक,बीमा सहित क्षेत्र को कॉरपोरेट घरानों को औने पौने दामों में बेच रही हैं, नार्थ सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन, इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन लगातार सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संघर्ष कर रहा है।

कर्मचारी नेता कॉमरेड मनोज व सर्वजीत ने कहा हम रेलवे कर्मचारियों से अपील करते हैं कि रेल सहित सार्वजनिक इकाई को बचाने के लिए एकता संघर्ष को मजबूत बनाये, ऐक्टू सहित केंद्रीय महासंघों के राष्ट्रीय प्रतिरोध का पूरी तरह समर्थन करते हुए निम्न मांग करते हैं –
*रेलवे,कोल,भेल,सेल,बी एस एन एल, डिफेन्स, बैंक, बीमा सहित
सार्वजनिक क्षेत्र का विनिवेशीकरण व निजीकरण रोको,
कोरेना वरियर्स को स्थाई नियुक्ति देते हुए, पुरानी पेंशन योजना में शामिल करो,
*देश के प्राकृतिक संसाधनों को कारपोरेट को सौंपना बंद करो
*श्रम कानूनों को स्थगित करने का फैसला रद्द करो
*काम के घंटे आठ से बढ़ाकर 12 करने का आदेश वापस लो
*कोरोना की आड़ में जनविरोधी व राष्ट्र-विरोधी फैसले थोपना बंद करो
*प्रवासी मजदूरों के वेतन व रोजगार की गारंटी करो
*दस हजार ₹ लॉकडाउन भत्ता प्रतिमाह दो
*गरीबों को मुफ्त राशन दो, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करो
*बेरोजगारों को रोजगार दो
*मनरेगा में 200 दिन काम और मजदूरी 500 ₹ दो
*डीजल-पेट्रोल की मूल्यवृद्धि वापस लो आदि।