• जिला अस्पताल में सीटी स्कैन/होमो डायलिसिस की सुविधाएं आम मरीजों को देते हुए बेहतर उपचार किया जाए।
  • हॉटस्पॉट एरिया में असाध्य रोगों से ग्रस्त बीमार लोगों का प्राथमिकता से एंटीजन टेस्ट कराया जाए।
  • महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल व पैरामेडिकल कॉलेज की क्षमता बढ़ाई जाएगी
  • झांसी। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह जनपद के भ्रमण के दौरान जिला अस्पताल सहित रेलवे अस्पताल, पैरामेडिकल तथा महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज का भ्रमण किया। कोविड-19 सहित सामान्य मरीजों को उपलब्ध चिकित्सीय सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। और कहा कि चिकित्सा सेवाओं से कोई वंचित ना रहे, यह अवश्य सुनिश्चित किया जाए।
  • जिला अस्पताल के निरीक्षण में उन्होंने कहा कि जनपद में कोविड-19 के तहत होने वाली मृत्यु को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए डोर टू डोर सर्वे में असाध्य रोग जैसे डायबिटीज, कैंसर, ब्लड प्रेशर, किडनी सहित अन्य रोग से ग्रस्त मरीज चिन्हित किए गए हैं, उनकी प्राथमिकता से एंटीजन टेस्टिंग कराई जाए यदि उनमें कोविड-19 के सिम्टम पाए तो तत्काल अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया जाए जिससे उन्हें बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोविड पाजीटिव केस व मृत्यु को किसी भी दशा में छुपाया न जाए।
    चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज के भ्रमण का उद्देश्य जिला अस्पताल में आम मरीज का आवागमन जारी रहे तथा जो सुविधाएं जिला अस्पताल द्वारा दी जाती है वह मरीज को मिले। उन्होंने निरीक्षण में नॉन कोविड पेशेंट को अस्पताल में क्या-क्या सुविधाएं दी जा रही हैं, जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि ओपीडी का संचालन नियमित हो, यह सुनिश्चित कर ले। इमरजेंसी सेवाएं चलते रहना चाहिए। नॉन कोविड पेशेंट यदि आता है और सीटी स्कैन या हीमोडायलिसिस होना है तो उसका उपचार अवश्य किया जाए। जो भी सुविधाएं उपलब्ध है वह सभी मरीजो को दी जाएगी।
    जिला अस्पताल के निरीक्षण में मंत्री ने निर्देश दिए कि आम आदमी को दी जाने वाली सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं, साथ ही जो स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं उनकी समीक्षा भी की जाए। निरीक्षण में प्रभारी सीएमएस ने बताया कि लॉकडाउन से पूर्व प्रतिदिन लगभग 2500 ओपीडी होती थी परंतु अब 300 से 350 के बीच की ओपीडी संचालित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि सर्जिकल की अनुमति यदि प्राप्त हो जाए तो ओपीडी बढ़ जाएगी। जिला अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी की भी जानकारी प्रभारी सीएमएस ने दी।
    निरीक्षण में मंत्री ने फ्लु कॉर्नर तथा ट्रूनेट मशीन को देखा तथा जानकारी प्राप्त की। प्रभारी सीएमएस ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में 18 मरीज हैं। प्रतिदिन लगभग 5 से 7 कोविड पेशेंट आ रहे हैं जिन्हें एल-3 हास्पिटल में भेजा गया है। जिला अस्पताल में उन्होंने सर्जिकल वार्ड, होल्डिंग एरिया का भी निरीक्षण किया।
    मंत्री, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश ने रेलवे अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल में 100 बेड का L-2 सुविधा वाला हॉस्पिटल तैयार किया गया है। वहां उन्होने व्यवस्थाओं को भी देखा तथा मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं की भी जानकारी प्राप्त की। इस भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी, डीआरएम संदीप माथुर, एडीआरएम अमित सेंगर, सीएमओ डा. गजेन्द्र कुमार निगम, प्रभारी सीएमएस डा. डी एस गुप्ता, डा. राजीव भदौरिया, डा. गणेश कुमार सहित अन्य अधिकारी व चिकित्सक उपस्थित रहे।